Trump tariffs movies नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अमेरिका के बाहर निर्मित फिल्मों पर 100% शुल्क लगाने की घोषणा की। इस फैसले ने वैश्विक फिल्म उद्योग में हलचल मचा दी है, खासकर भारतीय फिल्म निर्माताओं के बीच। बॉलीवुड के जाने-माने निर्देशक कबीर खान ने इस निर्णय पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे समझने में कठिनाई जताई।
Trump tariffs movies: कबीर खान का बयान

Trump tariffs movies: कबीर खान ने कहा, “मुझे समझ नहीं आता कि ट्रंप ‘अमेरिका के बाहर निर्मित’ कहकर क्या कहना चाहते हैं। अधिकांश हॉलीवुड फिल्में विदेश में शूट होती हैं, VFX भी बाहर ही किए जाते हैं। शुल्क किस पर लागू होगा, यह साफ नहीं है। शायद कल सुबह उन्हें खुद यह याद नहीं रहे कि उन्होंने क्या कहा।”
उनकी प्रतिक्रिया दर्शाती है कि अमेरिकी प्रशासन के इस फैसले से फिल्म निर्माताओं के लिए एक अनिश्चित स्थिति पैदा हो गई है। कबीर खान ने इसे हास्यपूर्ण अंदाज़ में भी पेश किया, लेकिन उनके शब्दों में गंभीर चिंता भी झलकती है।
वैश्विक फिल्म उद्योग पर असर
Trump tariffs movies: ट्रंप के इस निर्णय का असर सिर्फ अमेरिकी फिल्म उद्योग तक सीमित नहीं है। यह भारतीय और अन्य विदेशी फिल्म निर्माताओं के लिए भी चुनौती बन सकता है।
- अमेरिका भारतीय फिल्मों का एक बड़ा बाजार है।
- भारतीय फिल्म निर्माता वहां अपनी फिल्में रिलीज़ करते हैं और VFX, पोस्ट-प्रोडक्शन जैसे काम भी बाहर कराते हैं।
- अगर यह शुल्क लागू होता है, तो फिल्म की लागत बढ़ेगी और बॉक्स ऑफिस पर इसका असर पड़ेगा।
फिल्म निर्माता पान नलिन और अमित राय ने भी इस पर चिंता जताई। अमित राय ने कहा, “यह निर्णय भारतीय फिल्म निर्माताओं के लिए बड़ा झटका हो सकता है। अमेरिका हमारा महत्वपूर्ण बाजार है और यहां शुल्क बढ़ने से हमारी पहुंच प्रभावित हो सकती है।”
अमेरिकी फिल्म उद्योग की पृष्ठभूमि
Trump tariffs movies: यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी फिल्म उद्योग पहले ही आर्थिक दबाव में है।
- पिछले कुछ वर्षों में हॉलीवुड की बॉक्स ऑफिस कमाई में गिरावट आई है।
- लेखक संघों द्वारा हड़तालें हुई हैं।
- ट्रंप पहले भी फर्नीचर और अन्य उद्योगों पर शुल्क लगा चुके हैं, तर्क देते हुए कि विदेशी प्रतिस्पर्धा अमेरिकी उद्योग को नुकसान पहुँचा रही है।
इस संदर्भ में, फिल्म उद्योग पर यह नया शुल्क भी एक व्यापक नीति का हिस्सा माना जा रहा है।
बॉलीवुड और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
Trump tariffs movies: भारतीय फिल्म उद्योग के लिए अमेरिका एक अहम बाजार है। ट्रंप के इस फैसले ने निर्माताओं में असमंजस और चिंता पैदा कर दी है।
- फिल्म रिलीज़ की योजना पर असर पड़ सकता है।
- विदेशी निवेश और तकनीकी सहयोग पर प्रभाव पड़ सकता है।
- निर्देशक और निर्माता अब नीति की व्याख्या और लागू होने की प्रक्रिया पर ध्यान दे रहे हैं।
कबीर खान और अन्य फिल्म निर्माताओं की प्रतिक्रिया यह बताती है कि वैश्विक फिल्म उद्योग में भारत की भागीदारी को संरक्षित करना उनकी प्राथमिकता है।
| क्रमांक | विवरण | जानकारी / टिप्पणी |
|---|---|---|
| 1 | निर्णय की घोषणा | अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के बाहर बनी फिल्मों पर 100% शुल्क लगाने की घोषणा की |
| 2 | कबीर खान की प्रतिक्रिया | उन्होंने बयान को समझने में कठिनाई जताई और इसे हास्यपूर्ण अंदाज़ में पेश किया |
| 3 | वैश्विक फिल्म उद्योग पर असर | भारतीय और अन्य विदेशी फिल्म निर्माताओं के लिए लागत बढ़ने और अमेरिकी बाजार पर असर की संभावना |
| 4 | भारतीय फिल्म उद्योग की चिंता | अमेरिका भारतीय फिल्मों का बड़ा बाजार है; शुल्क बढ़ने से रिलीज़ और निवेश प्रभावित हो सकते हैं |
| 5 | संभावित निष्कर्ष | निर्णय वैश्विक फिल्म उद्योग के लिए चुनौतीपूर्ण; भारतीय निर्माताओं को रणनीति बनानी होगी |
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Trump tariffs movies: निष्कर्ष
ट्रंप का निर्णय न केवल अमेरिकी बल्कि वैश्विक फिल्म उद्योग के लिए चुनौतीपूर्ण है। कबीर खान ने इसे समझने में कठिनाई जताई और भारतीय फिल्म निर्माताओं की चिंता को सामने रखा।
भारतीय फिल्म उद्योग को अब इस नए शुल्क और उसकी संभावित असर को ध्यान में रखते हुए रणनीति बनानी होगी। समय बताएगा कि इस निर्णय का वास्तविक प्रभाव क्या होगा और भारतीय फिल्म निर्माता अपनी फिल्मों की अंतरराष्ट्रीय पहुंच को कैसे सुनिश्चित करेंगे।




