Gold and Silver: भारत में सोना और चांदी हमेशा से ही निवेश और भावनाओं का अहम हिस्सा रहे हैं। चाहे शादी-ब्याह की खरीदारी हो या सुरक्षित निवेश की योजना, सोने-चांदी की कीमतों पर हर किसी की नज़र रहती है। सोमवार सुबह निवेशकों के लिए एक बड़ी खबर आई जब सोने-चांदी के भाव में गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट मुख्य रूप से प्रॉफिट बुकिंग और डॉलर के मज़बूत होने की वजह से देखने को मिली।
घरेलू बाजार में सोने-चांदी की ताज़ा कीमतें

सोमवार (8 सितंबर) सुबह घरेलू वायदा बाज़ार में सोना और चांदी दोनों लाल निशान पर कारोबार करते दिखे। एमसीएक्स पर अक्टूबर वायदा सोना 0.47 प्रतिशत टूटकर ₹1,07,219 प्रति 10 ग्राम पर आ गया। वहीं, दिसंबर वायदा चांदी 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ ₹1,24,058 प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी।
डॉलर इंडेक्स का बढ़ना बना बड़ी वजह
सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतें अक्सर डॉलर की चाल पर निर्भर रहती हैं। इस बार भी यही हुआ। डॉलर इंडेक्स करीब 0.20 प्रतिशत चढ़ गया, जिससे विदेशी निवेशकों के लिए सोना महंगा हो गया। इसका सीधा असर मांग पर पड़ा और घरेलू बाज़ार में भी सोने के भाव नीचे खिसक गए। विशेषज्ञों का कहना है कि जब डॉलर मज़बूत होता है, तो आमतौर पर गोल्ड पर दबाव बढ़ता है।
निवेशकों की प्रॉफिट बुकिंग का असर
बीते दिनों सोने और चांदी के भावों में अच्छी तेजी देखने को मिली थी। ऐसे में कई निवेशकों ने ऊंचे स्तर पर मुनाफा वसूली शुरू कर दी। इस प्रॉफिट बुकिंग ने भी मौजूदा गिरावट को और गहरा किया। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह एक सामान्य बाज़ार की चाल है और निवेशकों को घबराने की ज़रूरत नहीं है।
विशेषज्ञों की राय किन स्तरों पर रखें नज़र

मार्केट जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। खासतौर पर एमसीएक्स गोल्ड और सिल्वर के प्रमुख सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल पर ध्यान देना निवेशकों के लिए अहम होगा। डॉलर इंडेक्स की दिशा और अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में मांग का रुख आने वाले दिनों की कीमतों का रुझान तय करेगा।
सोने-चांदी की कीमतों में सोमवार को आई यह गिरावट डॉलर की मजबूती और निवेशकों की मुनाफा वसूली का परिणाम है। हालांकि, लंबे समय में सोना अब भी एक सुरक्षित निवेश माना जाता है और लोग इसे अपने पोर्टफोलियो में बनाए रखना पसंद करते हैं।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी बाज़ार रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है। यहां बताए गए आंकड़े निवेश सलाह नहीं हैं। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श ज़रूर करें।