पटना — बिहार की राजधानी पटना आज अपने विकास के एक नए दौर में कदम रख चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार, 6 अक्टूबर 2025 को बहुप्रतीक्षित Patna Metro का उद्घाटन किया। वर्षों की प्रतीक्षा के बाद यह ऐतिहासिक दिन आखिरकार आ ही गया, जब शहरवासियों ने अपने सपनों की मेट्रो को पटरी पर दौड़ते देखा।
अब पटना भी मेट्रो सिटी बन गया

Patna metro: इंटर-स्टेट बस टर्मिनल (ISBT) से लेकर भूतनाथ स्टेशन तक की पहली मेट्रो यात्रा खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की। इस दौरान उनके साथ उपमुख्यमंत्री, नगर विकास मंत्री और कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने कहा,
“आज का दिन बिहार के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। अब पटना भी देश के मेट्रो शहरों की कतार में शामिल हो गया है।”
उद्घाटन और पहली सवारी
Patna metro: मुख्यमंत्री ने ISBT (Inter-State Bus Terminal) से भूतनाथ स्टेशन तक की पहली सवारी खुद की। इस दौरान उनके साथ उपमुख्यमंत्री, नगर विकास मंत्री और कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने कहा,
“आज का दिन बिहार के विकास में मील का पत्थर है। पटना अब देश के मेट्रो शहरों की सूची में शामिल हो गया है।”
उद्घाटन समारोह में शहरवासियों का उत्साह देखते ही बन रहा था। कई लोग सुबह से ही स्टेशन पर जमा हो गए थे। बच्चों और युवाओं की भीड़ में कैमरा और मोबाइल लेकर मेट्रो की झलक लेने वाला हर कोई अपनी खुशी जाहिर कर रहा था।
कौन-सा रूट शुरू हुआ?
पहले चरण में ब्लू लाइन शुरू की गई है। यह 4.3 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड (ऊँचाई पर बना) मार्ग है। इसमें तीन स्टेशन — ISBT, Zero Mile और भूतनाथ — शामिल हैं। यह पहला चरण है और भविष्य में इसे पटना जंक्शन, मीठापुर और डाक बंगला चौक तक बढ़ाने की योजना है।
इस नए रूट से शहर में ट्रैफिक दबाव कम होगा, और यात्रियों को तेज़ और आरामदायक सफर का विकल्प मिलेगा।
किराया, समय और सुविधाएँ
- किराया: ₹15 से ₹30
- सेवा का समय: सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक
- कोच: प्रत्येक ट्रेन में तीन कोच, कुल क्षमता लगभग 900 यात्रियों की
- ट्रेन अंतराल: 20 मिनट
- विशेषताएँ: महिलाओं और दिव्यांगों के लिए सीटें आरक्षित, ट्रेन के अंदरूनी डिज़ाइन में माधुबनी कला
यह ध्यान रखने वाली बात है कि सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता दी गई है। सीसीटीवी, फायर सेफ्टी और स्वचालित टिकटिंग जैसे आधुनिक उपाय सभी स्टेशन और कोच में लागू किए गए हैं।
परियोजना की लागत और भागीदारी
Patna Metro Project की अनुमानित लागत ₹13,925 करोड़ है। इसमें केंद्र सरकार, राज्य सरकार और जापान की एजेंसी JICA की साझेदारी है।
भविष्य में भूमिगत खंड और अतिरिक्त स्टेशन जोड़कर पूरे शहर को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने की योजना है। इससे न केवल ट्रैफिक और प्रदूषण पर नियंत्रण मिलेगा, बल्कि शहरवासियों की यात्रा भी तेज़ और सुरक्षित होगी।
चुनौतियाँ और आगे की राह
- पहले चरण में केवल एक खंड चालू है, बाकी निर्माणाधीन है।
- भूमिगत भाग और नए स्टेशन समय पर तैयार करना चुनौतीपूर्ण होगा।
- परिचालन लागत, यात्रियों की संख्या और ट्रैफिक निगरानी पर ध्यान देना होगा।
इन चुनौतियों के बावजूद यह परियोजना शहर के लिए नई उम्मीद लेकर आई है।
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| परियोजना का नाम | Patna Metro (पहला चरण) |
| उद्घाटन तिथि | 6 अक्टूबर 2025 |
| शुरू होने वाला रूट | ISBT – Zero Mile – Bhootnath |
| कुल दूरी | 4.3 किलोमीटर |
| किराया | ₹15 – ₹30 |
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Patna metro: निष्कर्ष
Patna Metro सिर्फ़ एक रेल परियोजना नहीं है, बल्कि यह पटना की पहचान बदलने का अवसर है। घर से ऑफिस, कॉलेज से बाज़ार — अब सफर तेज़, आरामदायक और सुरक्षित होगा।
यह उद्घाटन बिहार के विकास का प्रतीक है और पटना को मेट्रो शहरों की सूची में शामिल करने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा।
“Patna Metro अब सिर्फ़ एक सपना नहीं, बल्कि शहरवासियों की ज़िन्दगी में बदलाव का प्रतीक बन गई है।”






