एशिया कप फाइनल में Shivam Dube को पहला ओवर क्यों दिया गया? कप्तान सूर्यकुमार यादव ने तोड़ी चुप्पी

Meenakshi Arya -

Published on: October 28, 2025

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नई दिल्ली: एशिया कप 2025 के फाइनल में जब टीम इंडिया के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पहली ही गेंद का जिम्मा शिवम दुबे (Shivam Dube) को सौंपा, तो दर्शक ही नहीं, क्रिकेट विशेषज्ञ भी हैरान रह गए थे। कई लोगों को लगा कि यह एक प्रयोग है, लेकिन सूर्यकुमार का फैसला सोच-समझकर लिया गया कदम था — और अब उन्होंने खुद बताया है कि आखिर इस भरोसे की वजह क्या थी।

“मुझे पता था वो कितने पानी में है” — सूर्यकुमार यादव

पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में सूर्यकुमार यादव ने कहा,

“मैं किसी को बिना सोचे-समझे जिम्मेदारी नहीं देता। शिवम पिछले कुछ महीनों से नेट्स में जिस तरह मेहनत कर रहा था, मुझे पहले से पता था — वो कितना पानी में है। इसलिए मैंने उसे पहला ओवर थमाया।”

कप्तान की यह बात साफ बताती है कि शिवम दुबे सिर्फ एक पावर-हिटर नहीं, बल्कि अब वह टीम इंडिया के भरोसेमंद ऑलराउंडर के रूप में भी उभर रहे हैं।

मैदान पर दिखा कप्तान का भरोसा

Shivam Dube: फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया था। उस वक्त उम्मीद थी कि पहला ओवर मोहम्मद सिराज या अर्शदीप सिंह करेंगे। लेकिन तभी सभी को चौंकाते हुए कप्तान ने गेंद थमाई शिवम दुबे को।

Shivam Dube ने दबाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला ओवर केवल 2 रन देकर समाप्त किया। शुरुआत में मिली यह लय भारत के लिए निर्णायक साबित हुई, और पाकिस्तान की टीम 146 रन पर सिमट गई। भारत ने यह मुकाबला आसानी से जीत लिया।

सूर्यकुमार ने कहा,

“मैं देखना चाहता था कि वो दबाव में कैसे रिएक्ट करता है। और उसने उम्मीद से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया। यह ओवर मैच का टोन सेट कर गया।”

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Shivam Dube– सिर्फ बल्लेबाज नहीं, अब टीम के ‘सीक्रेट बॉलर’

Shivam Dube को अब तक ज्यादातर एक ताकतवर बल्लेबाज के रूप में ही जाना जाता रहा है। IPL में उनकी छवि एक फिनिशर की रही है। लेकिन एशिया कप में उन्होंने अपनी गेंदबाज़ी से सबका ध्यान खींचा।

उनका एशिया कप में प्रदर्शन —

मैचओवरविकेटइकॉनमीसर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
बनाम पाकिस्तान203.00
बनाम श्रीलंका325.202/13
फाइनल मैच314.001/12

इस आंकड़े से साफ है कि टीम मैनेजमेंट अब उन्हें एक “सीरियस ऑलराउंडर” के रूप में तैयार कर रहा है।

सूर्यकुमार का फैसला बना टीम के लिए गेम-चेंजर

सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम इंडिया का दृष्टिकोण बदलता दिख रहा है। जहां पहले सिर्फ विशेषज्ञ गेंदबाज़ों पर निर्भरता थी, वहीं अब टीम ऐसे खिलाड़ियों को प्राथमिकता दे रही है जो दोहरी भूमिका निभा सकें।

सूर्यकुमार ने कहा,

“आज के क्रिकेट में हर खिलाड़ी को 2-in-1 होना पड़ेगा। शिवम जैसे खिलाड़ी टीम को संतुलन देते हैं। अगर कोई दिन बल्लेबाजी का नहीं है, तो वो गेंद से योगदान दे सकता है।”

फैंस की प्रतिक्रिया

Shivam Dube: सोशल मीडिया पर भी फैंस ने शिवम दुबे की जमकर तारीफ की।

  • एक यूज़र ने लिखा, “सूर्या का फैसला शानदार था, दुबे ने भरोसा जीत लिया।”
  • दूसरे ने ट्वीट किया, “अगर दुबे इसी लय में रहे, तो आने वाले टी20 वर्ल्ड कप में टीम का एक्स-फैक्टर वही होंगे।”

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Shivam Dube निष्कर्ष

शिवम दुबे की कहानी सिर्फ एक ओवर की नहीं है — यह उस मेहनत, आत्मविश्वास और भरोसे की कहानी है जो खिलाड़ी और कप्तान के बीच होना चाहिए। सूर्यकुमार यादव ने एक साहसिक निर्णय लेकर यह दिखा दिया कि टीम में हर खिलाड़ी का रोल परिस्थितियों के हिसाब से बदल सकता है।

आज शिवम दुबे सिर्फ एक फिनिशर नहीं, बल्कि “टीम इंडिया के नए ऑलराउंडर स्टार” बनकर उभर रहे हैं।
अगर उनका यह प्रदर्शन जारी रहा, तो आने वाले टूर्नामेंटों में वह टीम के सबसे भरोसेमंद हथियार साबित हो सकते हैं।

Meenakshi Arya

मेरा नाम मीनाक्षी आर्या है। मैं एक अनुभवी कंटेंट क्रिएटर हूं और पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र में सक्रिय हूं। वर्तमान में मैं The News Bullet के लिए टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य, यात्रा, शिक्षा और ऑटोमोबाइल्स जैसे विविध विषयों पर लेख लिख रही हूं।

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