Sanju Samson: क्रिकेट के दीवाने हमेशा खिलाड़ियों की शानदार पारी और शतकों के पीछे की मेहनत को देखते हैं, लेकिन अक्सर इसके पीछे छुपी चुनौतियों और संघर्षों को नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ विकेटकीपर-बल्लेबाज Sanju Samson के साथ, जब उन्हें CEAT क्रिकेट रेटिंग अवॉर्ड्स 2025 में सम्मानित किया गया और उन्होंने भावुक होकर अपने करियर की कठिनाइयों का जिक्र किया।
Sanju Samson को इस अवसर पर T20 क्रिकेटर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड मिला, लेकिन उनके लिए यह सिर्फ पुरस्कार नहीं था। इस पुरस्कार के पीछे उनकी मेहनत, संघर्ष और टीम इंडिया के लिए समर्पण की कहानी छिपी हुई थी। मंच पर खड़े होकर उन्होंने खुलकर बताया कि खेल के पीछे केवल आंकड़े और रिकॉर्ड्स नहीं होते, बल्कि उनके पीछे लंबी मेहनत, चोटों का सामना और टीम से दूर रहने के कठिन समय भी शामिल हैं।
संघर्ष और चुनौतियां

संजू ने अपने करियर के दौरान आने वाली चोटों और कठिन परिस्थितियों के बारे में भी खुलकर बताया। उन्होंने कहा कि हर खिलाड़ी की जिंदगी में उतार-चढ़ाव आते हैं, और मैदान पर जो चमक दिखाई देती है, उसके पीछे अक्सर दर्द और मेहनत छुपी होती है। टीम से दूर रहने के दौरान मानसिक और शारीरिक चुनौतियों का सामना करना उनके लिए आसान नहीं था। ऐसे समय में धैर्य, मेहनत और अपने खेल के प्रति समर्पण ही उन्हें आगे बढ़ाता रहा।
उनकी बातें सिर्फ उनके अनुभव नहीं, बल्कि उन सभी खिलाड़ियों के संघर्ष की कहानी भी बयान करती हैं जो मैदान पर देश का नाम रोशन करने के लिए कठिन परिश्रम करते हैं। संजू के शब्दों से यह साफ हो गया कि क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि यह जुनून, समर्पण और निरंतर प्रयास का परिणाम है।
टीम इंडिया के लिए समर्पण

Sanju Samson ने यह भी बताया कि टीम इंडिया के लिए खेलना उनके लिए सिर्फ गर्व का विषय नहीं, बल्कि जिम्मेदारी और कठिन मेहनत का प्रतीक भी है। हर मैच में प्रदर्शन की उम्मीद, हर रन और विकेट की कीमत, और टीम की उम्मीदों का बोझ उनके कंधों पर होता है। उन्होंने कहा कि जब आप देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, तो केवल व्यक्तिगत उपलब्धि ही नहीं, बल्कि टीम की सफलता और देश की उम्मीदें भी आपके काम की पहचान बन जाती हैं।
उनकी बातें युवाओं और आने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। संजू ने दिखाया कि कोई भी उपलब्धि बिना कठिनाइयों और संघर्ष के हासिल नहीं होती। उनका करियर यह साबित करता है कि अगर हिम्मत और मेहनत साथ हो, तो चुनौतियों को पार करके सफलता पाई जा सकती है।
CEAT क्रिकेट रेटिंग अवॉर्ड्स 2025 में संजू सैमसन ने न केवल पुरस्कार ग्रहण किया, बल्कि अपने अनुभवों से सभी को यह सीख दी कि क्रिकेट में चमक केवल टैलेंट से नहीं आती, बल्कि उसमें मेहनत, समर्पण और मानसिक मजबूती भी जरूरी है। चोटों के बावजूद मैदान में लौटना, टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना और व्यक्तिगत संघर्षों के बावजूद टीम के लिए खेलना उनके करियर की सबसे बड़ी मिसाल है।
संजू की यह कहानी यह याद दिलाती है कि हर खिलाड़ी की सफलता के पीछे अनकही मेहनत और कठिनाईयों की लंबी कहानी होती है। उनके शब्द युवाओं को यह प्रेरणा देते हैं कि अगर आप अपने सपनों के प्रति समर्पित हैं, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती।
Disclaimer: इस लेख में संजू सैमसन के अनुभव और अवॉर्ड की जानकारी आधिकारिक स्रोतों पर आधारित है। खिलाड़ियों के अनुभव और उनके बयान समय के अनुसार बदल सकते हैं।




