RO-ARO: जब मेहनत की लंबी यात्रा आखिरकार मंज़िल के करीब पहुंचती है, तो उस एक दिन का इंतज़ार पूरे जीवन की तरह भारी लगने लगता है। कुछ ऐसा ही पल आ रहा है 27 जुलाई को, जब उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) परीक्षा का आयोजन प्रतापगढ़ जिले के 23 परीक्षा केंद्रों पर होगा। इस विशेष दिन पर 10,632 अभ्यर्थी अपने सपनों को सच करने के लिए कलम थामेंगे।
पूरी सुरक्षा और व्यवस्था के साथ होगी परीक्षा

परीक्षा को निष्पक्ष और सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी के नेतृत्व में सभी केंद्रों पर सेक्टर और स्टैटिक मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति पहले ही की जा चुकी है। चार रिजर्व सेक्टर मजिस्ट्रेटों की भी तैनाती की गई है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।
सुबह 9:30 से 12:30 बजे तक एक ही पाली में परीक्षा
परीक्षा रविवार को सुबह 9:30 बजे शुरू होकर दोपहर 12:30 बजे तक चलेगी। यह एक ही पाली की परीक्षा होगी, जिससे व्यवस्थाओं को और बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सके। सभी बीईओ, पालिटेक्निक और आईटीआई के प्रधानाचार्यों को केंद्रों की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, सिंचाई विभाग, PWD और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया गया है।
हर कदम पर निगरानी और पारदर्शिता
सभी परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा और पारदर्शिता का विशेष ध्यान रखा जाएगा। प्रश्नपत्रों को सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में खोला जाएगा और स्टैटिक मजिस्ट्रेट परीक्षा से एक दिन पहले केंद्रों की तैयारियों का भौतिक निरीक्षण करेंगे। सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के बाद ही वे नोडल अधिकारी को रिपोर्ट देंगे।
परीक्षार्थियों की सुविधा का भी रखा गया ध्यान
डीएम शिव सहाय अवस्थी ने रोडवेज को निर्देशित किया है कि परीक्षा के दिन बसों की पर्याप्त संख्या उपलब्ध हो ताकि किसी परीक्षार्थी को आवाजाही में कोई असुविधा न हो। इस कदम से हजारों युवाओं को राहत मिलेगी जो जिले के दूर-दराज़ इलाकों से परीक्षा देने पहुंचेंगे।
तैयारी पूरी, उम्मीदें बुलंद

DIOS ओंकार राणा ने जानकारी दी कि RO-ARO परीक्षा की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और जिला प्रशासन पूरी जिम्मेदारी के साथ इसे निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने को तैयार है। सुरक्षा बल की भी पूरी व्यवस्था की गई है ताकि परीक्षा केंद्रों पर पूर्ण शांति और अनुशासन बना रहे।
27 जुलाई का दिन न सिर्फ प्रतापगढ़, बल्कि उन हज़ारों छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा जिन्होंने लंबे समय से इस परीक्षा की तैयारी में दिन-रात एक किया है। एक संगठित, पारदर्शी और शांतिपूर्ण परीक्षा संचालन यह सुनिश्चित करेगा कि हर अभ्यर्थी को उसका उचित अवसर और न्यायपूर्ण मूल्यांकन मिले।
अस्वीकरण: यह लेख समाचारों और प्रशासनिक सूचना पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी समय के साथ बदल सकती है, अतः अद्यतन जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोत की पुष्टि आवश्यक है। लेख का उद्देश्य केवल जानकारी प्रदान करना है।