तेलुगु सिनेमा लगातार बड़े पैमाने पर प्रयोग कर रहा है। कभी RRR जैसी ऐतिहासिक फिल्में दर्शकों के दिल पर राज करती हैं, तो अब mirai ने सिनेमाघरों में नई हलचल मचा दी है। इस फिल्म को लेकर जो उम्मीदें थीं, वे और भी बढ़ गईं जब यह खुलासा हुआ कि Rana Daggubati इसमें भगवान राम का किरदार निभाने वाले हैं।
कहानी की पृष्ठभूमि
Mirai की कहानी बेहद अनोखी है। यह फिल्म फैंटेसी और पौराणिकता का ऐसा संगम पेश करती है, जो भारतीय सिनेमा में कम ही देखने को मिलता है। कथा में “नौ पवित्र ग्रंथों” का उल्लेख है जिनमें ऐसी शक्तियाँ छिपी हैं, जो पूरी मानवता की दिशा बदल सकती हैं। इन ग्रंथों की रक्षा करना ही नायक का धर्म है।
फिल्म के हीरो तेजा सज्जा वेधा प्रजापति के किरदार में हैं, जो इस जिम्मेदारी को निभाते हैं। वहीं, विरोधी शक्तियाँ ‘ब्लैक स्वॉर्ड’ के रूप में सामने आती हैं।
राम की झलक

Mirai: इस फिल्म का सबसे बड़ा आकर्षण है Rana Daggubati द्वारा निभाया गया राम का किरदार। निर्देशक ने उन्हें फिल्म में भले ही एक सीमित समय के लिए दिखाया हो, लेकिन उनकी मौजूदगी ही फिल्म को आध्यात्मिक और भावनात्मक ऊँचाई देती है।
राम का किरदार दर्शकों को केवल भव्यता नहीं दिखाता, बल्कि यह बताता है कि धर्म और आस्था किस तरह किसी भी कहानी का आधार बन सकते हैं।
खास कैमियो
फिल्म में सिर्फ़ राम ही नहीं, बल्कि रवि तेजा और दुलकर सलमान जैसे सितारों के कैमियो भी शामिल किए गए हैं। इन कैमियो का मक़सद केवल चौंकाना नहीं, बल्कि फिल्म की कहानी को और गहराई देना है।
बजट और रिलीज़
- Mirai लगभग ₹60 करोड़ के बजट में बनी है।
- फिल्म 12 सितंबर 2025 को रिलीज़ हुई और आठ भाषाओं में इसे डब किया गया है।
- इसके विज़ुअल इफेक्ट्स और बैकग्राउंड म्यूज़िक पहले ही चर्चा का विषय बन चुके हैं।
विवाद और चर्चाएँ
Mirai: फिल्म के आने से पहले यह चर्चा जोरों पर थी कि महेश बाबू को AI तकनीक से राम के रूप में दिखाया जाएगा। लेकिन खुद तेज़ा सज्जा ने साफ किया कि यह अफवाह है। फिल्म में राम का किरदार Rana Daggubati ही निभा रहे हैं।
दर्शकों की उम्मीदें
फैंटेसी और पौराणिकता का संगम दर्शकों को हमेशा लुभाता है। Mirai इस मामले में और भी खास है क्योंकि यह आधुनिक तकनीक और पारंपरिक कथानक को एक साथ जोड़ती है।
फिल्म से जुड़ा हर पोस्टर और ट्रेलर यह दिखाता है कि तकनीक और कला का मेल अगर दिल से किया जाए, तो परिणाम यादगार हो सकता है।
निष्कर्ष
Mirai सिर्फ एक साधारण फिल्म नहीं है, बल्कि यह भारतीय सिनेमा की नई सोच का आईना है। निर्देशक कृष जगर्लामुडी ने इस फिल्म के ज़रिए यह साबित किया है कि पौराणिक गाथाओं और आधुनिक तकनीक का मेल आज के दौर में भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर सकता है।
फिल्म की सबसे बड़ी ताकत है — भावनाओं और विश्वास की गहराई। चाहे बात वेधा प्रजापति के संघर्ष की हो, या Rana Daggubati के राम अवतार की, हर दृश्य यह संदेश देता है कि अच्छाई की जड़ें कितनी मजबूत होती हैं और समय बदलने पर भी धर्म और न्याय की महत्ता हमेशा बनी रहती है।
इसके अलावा, Mirai का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह सिनेमाई प्रयोगों का साहसिक उदाहरण है। आठ भाषाओं में रिलीज़ करना, बेहतरीन CGI का उपयोग करना और साथ ही आस्था को छूने वाली कहानी प्रस्तुत करना – ये सब कदम दिखाते हैं कि यह फिल्म सिर्फ कमाई के लिए नहीं, बल्कि दर्शकों को एक अनुभव देने के लिए बनाई गई है।
फिल्म यह भी बताती है कि भारतीय दर्शक अब केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि अर्थ और संदेश भी चाहते हैं। यही वजह है कि पौराणिक और फैंटेसी कहानियाँ आज भी इतनी लोकप्रिय हैं।