मुंबई — भारत की सबसे चर्चा में रहने वाली EV कंपनियों में शामिल Ola Electric इस समय अपने सबसे कठिन दौर से गुजर रही है। जिस कंपनी को कुछ महीने पहले तक निवेशकों की पसंदीदा लिस्ट में रखा जा रहा था, वही अब अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से करीब 80% नीचे ट्रेड कर रही है। लगातार गिरती कीमतें और नकारात्मक रिपोर्टों ने छोटे निवेशकों को भी परेशान कर दिया है।
शेयरों में ऐसी गिरावट क्यों?

पिछले कुछ हफ्तों में Ola Electric के शेयरों का मूड खराब रहा है। इसके पीछे सबसे बड़ा झटका तब लगा जब S&P Global ने कंपनी की पैरेंट फर्म ANI Technologies की रेटिंग घटा दी। रिपोर्ट में आशंका जताई गई कि कंपनी का नकदी प्रवाह कमजोर है और आगे चलकर कर्ज चुकाने में चुनौती बढ़ सकती है।
रेटिंग में गिरावट ने शेयर बाजार में यह संदेश दे दिया कि Ola को अपने वित्तीय ढांचे को सुधारने की जरूरत है।
ग्राहक अनुभव और बिक्री पर भी असर
EV मार्केट तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन साथ ही प्रतियोगिता भी उतनी ही कड़ी है। कई ग्राहकों की शिकायतें, सर्विस नेटवर्क की चुनौतियाँ और डिलीवरी में देरी जैसी स्थितियों ने ब्रांड की छवि पर असर डाला।
उधर, कुछ प्रतिस्पर्धी कंपनियों ने नए मॉडल उतारे हैं, जिनकी कीमत और फीचर्स ने ग्राहकों को अपनी ओर खींचा है।
इसका सीधा असर Ola की बिक्री और बाजार हिस्सेदारी पर पड़ा है।
निवेशकों की धारणा भी बदली
शेयरों के लगातार फिसलते रहने से विदेशी निवेशक (FII) धीरे-धीरे अपनी हिस्सेदारी कम करते दिखे हैं। हालांकि कुछ घरेलू संस्थागत निवेशक मौके की तलाश में हैं, लेकिन समग्र रूप से धारणा कमजोर बनी हुई है।
कई विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक कंपनी अपनी वित्तीय स्थिति और ग्राहक अनुभव में सुधार नहीं करती, तब तक शेयरों में तेज़ रिकवरी की उम्मीद कम है।
कंपनी की कोशिशें जारी
Ola Electric इस समय अपनी तकनीक और उत्पादन क्षमता को मजबूत करने पर जोर दे रही है। कंपनी ने ‘मेड-इन-इंडिया’ बैटरी सेल की सप्लाई शुरू की है और दावा किया है कि इससे वाहनों की रेंज और परफॉर्मेंस में सुधार होगा।
लेकिन जानकारों का मानना है कि केवल तकनीक ही नहीं, ग्राहक विश्वास और सर्विस नेटवर्क को भी मजबूत बनाना जरूरी है — क्योंकि यही वह क्षेत्र है जहां Ola अक्सर विवादों में रही है।
भविष्य की दिशा क्या हो सकती है?
EV सेक्टर आने वाले वर्षों में तेजी से बढ़ेगा, इसमें कोई दो राय नहीं। ऐसे में Ola Electric के पास मौका है कि वह दोबारा अपनी स्थिति मजबूत करे।
कंपनी की नई रणनीतियाँ अगर जमीन पर सही तरीके से उतरती हैं, तो वह निवेशकों का भरोसा फिर से जीत सकती है। लेकिन फिलहाल बाज़ार में सतर्कता का माहौल है और कंपनी की हर छोटी-बड़ी गतिविधि शेयरों पर सीधा असर डाल रही है।
| मुख्य बिंदु | विवरण |
|---|---|
| शेयर में गिरावट | रिकॉर्ड उच्च स्तर से लगभग 80% नीचे |
| गिरावट का कारण | S&P Global द्वारा रेटिंग में कटौती |
| बाजार पर असर | निवेशकों की धारणा कमजोर, बिकवाली बढ़ी |
| कंपनी की चुनौती | ग्राहक अनुभव, सर्विस नेटवर्क और नकदी प्रवाह |
| भविष्य की उम्मीद | नई तकनीक और बैटरी प्लान से रिकवरी की संभावनाएँ |
Ola Electric निष्कर्ष
Ola Electric के शेयरों में आई तेज गिरावट निवेशकों के बीच चिंता का माहौल जरूर पैदा करती है, खासकर तब जब यह S&P Global की रेटिंग में कटौती के तुरंत बाद देखने को मिली है। कंपनी भले ही इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में तेजी से अपना दायरा बढ़ा रही हो, लेकिन सर्विस नेटवर्क, उत्पादन क्षमता और वित्तीय मजबूती जैसे मोर्चों पर उसे अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।




