Lok Adalat Token:- नई दिल्ली, 7 सितंबर 2025 – अगर आपका ट्रैफिक चालान महीनों से लंबित पड़ा है और आप कोर्ट के चक्कर काटते-काटते परेशान हो चुके हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है। आने वाली नेशनल लोक अदालत (National Lok Adalat), जो कि 13 सितंबर को देशभर में आयोजित हो रही है, आपके लिए राहत का मौका लेकर आई है। इस बार अदालत में विशेष रूप से ट्रैफिक चालानों के निपटारे की सुविधा दी गई है, और इसके लिए आपको ज़रूरत होगी केवल एक “Lok Adalat Token” की।

Lok Adalat Token क्या है?
लोक अदालत का मतलब है जनता की अदालत—जहाँ आपसी समझौते और बातचीत से मामले निपटाए जाते हैं। इसमें न तो लंबी कोर्ट प्रक्रिया होती है और न ही भारी-भरकम फीस।
Lok Adalat Token मूल रूप से एक स्लॉट बुकिंग है, जो आपको यह अधिकार देता है कि आप अपने चालान को लोक अदालत में पेश कर सकें। यह एक तरह का अपॉइंटमेंट लेटर होता है, जिसमें आपकी तारीख, समय और अदालत का स्थान दर्ज होता है।
कैसे मिलेगा Lok Adalat Token?
इस प्रक्रिया को बेहद आसान बनाया गया है। यहाँ स्टेप-बाय-स्टेप गाइड है:
- सबसे पहले जाएँ ट्रैफिक पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट या दिल्ली स्टेट लीगल सर्विस अथॉरिटी (DSLSA) की साइट पर।
- वहाँ आपको “Lok Adalat Token रजिस्ट्रेशन” का लिंक मिलेगा।
- इस फॉर्म में अपना नाम, मोबाइल नंबर, गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर और चालान की डिटेल डालें।
- सबमिट करने के बाद आपको एक यूनिक टोकन नंबर और डाउनलोड करने योग्य अपॉइंटमेंट स्लिप मिल जाएगी।
- इस स्लिप को प्रिंट करके साथ ले जाना अनिवार्य है।
कौन से चालान होंगे निपटारे योग्य?
लोक अदालत में सिर्फ कम्पाउंडेबल चालान यानी छोटे-मोटे ट्रैफिक उल्लंघन निपटाए जाएँगे। इनमें शामिल हैं:
हेलमेट या सीट बेल्ट न पहनना
रेड लाइट तोड़ना
गलत पार्किंग
ओवर स्पीडिंग
इन मामलों में आपको या तो पूरा चालान माफ़ किया जा सकता है या फिर भारी छूट मिल सकती है।
लेकिन ध्यान रहे—ड्रंक ड्राइविंग, दुर्घटना, जान-माल का नुकसान या गंभीर अपराध से जुड़े चालान लोक अदालत में नहीं सुलझाए जाएँगे।
कहाँ होगी लोक अदालत?
दिल्ली में लोक अदालत 13 सितंबर 2025 को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगी। यह शहर की प्रमुख अदालत परिसरों जैसे तिस हज़ारी, साकेत, रोहिणी, करकड़ूमा, द्वारका, राउज़ एवेन्यू और रानी हाउस कोर्ट में आयोजित होगी।
इसी तरह देश के अन्य राज्यों में भी लोक अदालतें उनके संबंधित ज़िलों और न्यायालय परिसरों में लगाई जाएँगी।
Lok Adalat Token की अहमियत
इस टोकन का सबसे बड़ा फायदा है कि आपको लंबी कोर्ट प्रक्रिया से राहत मिलती है।
इसमें कोई अतिरिक्त अदालत शुल्क नहीं देना पड़ता।
तेज़ निपटारा—एक ही दिन में केस खत्म हो सकता है।
यदि आपने पहले से कोर्ट फीस जमा की है, तो उसका रिफंड भी मिल सकता है।
यह न्याय को आसान, सस्ता और सभी के लिए सुलभ बनाने का माध्यम है।
लोगों में उत्साह और उम्मीद
दिल्ली में ही इस बार करीब 1.8 लाख टोकन जारी किए जाने की संभावना है, जिनमें से प्रतिदिन लगभग 60,000 स्लॉट्स उपलब्ध होंगे। लोगों का मानना है कि यह एक बेहतरीन अवसर है चालानों से छुटकारा पाने का, खासकर उन गाड़ियों के लिए जिन पर कई चालान बकाया हैं।
कई वाहन चालकों ने बताया कि अक्सर जुर्माना इतना ज़्यादा हो जाता है कि उन्हें भरना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में लोक अदालत में जाकर उन्हें बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
निष्कर्ष: एक नागरिक-अनुकूल पहल
Lok Adalat Token सिर्फ एक स्लिप नहीं, बल्कि यह आम आदमी को न्याय और राहत दिलाने का सीधा रास्ता है। इससे न केवल लोगों को चालान चुकाने में आसानी होगी, बल्कि अदालतों का बोझ भी कम होगा।
इसलिए, अगर आपका भी कोई ट्रैफिक चालान लंबित है, तो 13 सितंबर का दिन आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। समय रहते टोकन बुक करें और बिना किसी झंझट के अपने चालान का निपटारा करवाएँ।