मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए साल 2025 की शुरुआत एक बेहतरीन अवसर लेकर आई है। Madhya Pradesh Public Service Commission (MPPSC) ने Assistant Professor (सहायक प्रोफेसर) पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस भर्ती अभियान के माध्यम से राज्य के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में हजारों शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।
यह कदम न केवल उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने वाला साबित होगा, बल्कि शिक्षण क्षेत्र में नए और योग्य उम्मीदवारों को मंच प्रदान करेगा।
आवेदन प्रक्रिया और महत्वपूर्ण तिथियाँ

MPPSC ने आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है और आवेदन प्रक्रिया 27 फरवरी 2025 से शुरू हो चुकी है। उम्मीदवार 26 मार्च 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सभी इच्छुक उम्मीदवारों को सलाह दी गई है कि वे अंतिम तिथि का इंतज़ार न करें और समय रहते आवेदन पूरा कर लें।
आवेदन से जुड़ी मुख्य जानकारी:
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| भर्ती संगठन | मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) |
| पद का नाम | सहायक प्रोफेसर (Assistant Professor) |
| आवेदन शुरू होने की तिथि | 27 फरवरी 2025 |
| अंतिम तिथि | 26 मार्च 2025 |
| आवेदन माध्यम | ऑनलाइन |
| चयन प्रक्रिया | लिखित परीक्षा + साक्षात्कार |
पात्रता और शैक्षणिक योग्यता
MPPSC के दिशा-निर्देशों के अनुसार, उम्मीदवार के पास संबंधित विषय में स्नातकोत्तर (Post Graduation) डिग्री के साथ NET, SLET या SET परीक्षा पास होना अनिवार्य है।
इसके अलावा, उम्मीदवारों को शैक्षणिक क्षेत्र में गहन समझ और शोध कार्यों का अनुभव होना चाहिए।
आयु सीमा:
सामान्य वर्ग के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष तय की गई है, जबकि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को नियमों के अनुसार छूट दी जाएगी।
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भर्ती का उद्देश्य — शिक्षा को नई दिशा देना
MPPSC का यह कदम राज्य के शिक्षा क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।
कई वर्षों से कॉलेजों में शिक्षकों की कमी महसूस की जा रही थी।
अब इस भर्ती के माध्यम से योग्य शिक्षकों को मौका मिलेगा कि वे अपने ज्ञान और अनुभव से विद्यार्थियों का भविष्य संवार सकें।
शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह भर्ती न केवल कॉलेजों की अकादमिक क्षमता को मजबूत करेगी, बल्कि युवा पीढ़ी में शिक्षण पेशे के प्रति आकर्षण भी बढ़ाएगी।
उम्मीदवारों के लिए जरूरी सुझाव
- दस्तावेज तैयार रखें: आवेदन से पहले सभी प्रमाणपत्रों और अंकों की शीट को डिजिटल फॉर्म में अपलोड करने के लिए तैयार रखें।
- सिलेबस को समझें: MPPSC की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध परीक्षा पाठ्यक्रम (syllabus) को ध्यान से पढ़ें।
- मॉक टेस्ट और पुराने पेपर: पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें और समय प्रबंधन पर ध्यान दें।
- नोटिफिकेशन पर नजर रखें: किसी भी बदलाव की सूचना आयोग की वेबसाइट पर पहले जारी होती है, इसलिए उसे नियमित रूप से चेक करें।
- आत्मविश्वास बनाए रखें: चयन प्रक्रिया कठिन जरूर है, लेकिन लगन और तैयारी के साथ सफलता संभव है।
MPPSC परीक्षा संरचना
| चरण | विवरण |
|---|---|
| 1 | लिखित परीक्षा (विषय-आधारित प्रश्न) |
| 2 | साक्षात्कार (Interview) |
| 3 | दस्तावेज़ सत्यापन (Verification) |
लिखित परीक्षा में उम्मीदवार की विषयगत समझ, शिक्षण क्षमता और वर्तमान शैक्षणिक घटनाओं पर ज्ञान की जाँच की जाएगी।
राज्य में शिक्षा के विकास की दिशा में बड़ा कदम
राज्य सरकार और MPPSC का यह प्रयास मध्य प्रदेश को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत शिक्षकों की भूमिका और भी बढ़ गई है — ऐसे में यह भर्ती एक निर्णायक बदलाव ला सकती है।
अब न केवल छात्रों को योग्य शिक्षक मिलेंगे, बल्कि कॉलेजों में शिक्षण गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिलेगा।
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निष्कर्ष
MPPSC द्वारा शुरू की गई यह भर्ती केवल एक नौकरी का अवसर नहीं, बल्कि एक मिशन है — “ज्ञान से समाज का निर्माण” का।
जो उम्मीदवार शिक्षण के क्षेत्र में योगदान देने का सपना देख रहे हैं, उनके लिए यह सही समय है।
समर्पण, मेहनत और आत्मविश्वास के साथ अगर उम्मीदवार इस अवसर का लाभ उठाते हैं, तो यह उनके करियर के साथ-साथ राज्य की शिक्षा व्यवस्था के लिए भी मील का पत्थर साबित होगा।
“शिक्षक बनना केवल पेशा नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने की जिम्मेदारी है — और MPPSC ने इस दिशा में सही कदम बढ़ाया है।”




