गोवा में MMC ने IOCL को भेजा नोटिस- ₹5 करोड़ बकाया राशि चुकाने को कहा

Meenakshi Arya -

Published on: December 10, 2025

गोवा के मॉरमुगाओ में मॉरमुगाओ नगर परिषद (MMC) ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) को नोटिस जारी किया है। नगर परिषद ने IOCL से करीब ₹5 करोड़ की बकाया राशि जमा करने को कहा है, जिसे लेकर प्रशासन सख्ती दिखाने को तैयार है।

MMC का कहना है कि IOCL ने लंबे समय से नगर परिषद को टैक्स, रेंट या लीज के पैसे जमा नहीं किए हैं। कई नोटिस और याद दिलाने के बाद भी भुगतान नहीं होने पर अब MMC ने साफ कर दिया है कि अगर बकाया राशि जल्द नहीं चुकाई गई, तो सख्त कदम उठाए जाएंगे। इसमें कंपनी के प्रीमिस या जमीन को जब्त करने जैसे विकल्प शामिल हो सकते हैं।

मामला क्या है?

MMC की तरफ से जारी नोटिस में बताया गया है कि IOCL के खिलाफ ₹5 करोड़ का बकाया है, जो नगर परिषद के टैक्स, रेंट या जमीन के किराये से जुड़ा हो सकता है। यह राशि कई सालों से जमा नहीं हुई है। पिछले कुछ महीनों में MMC ने कई बार IOCL को भुगतान के लिए कहा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

यह पहली बार नहीं है जब MMC और IOCL के बीच ऐसे विवाद सामने आए हों। कुछ महीने पहले भी MMC ने IOCL को ₹8.5 करोड़ की बकाया राशि के लिए नोटिस जारी किया था। उस वक्त भी भुगतान न होने पर कंपनी को नोटिस देकर चेतावनी दी गई थी।

MMC की स्थिति और सख्ती क्यों?

MMC की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखा जाए तो वेतन भुगतान, शहर की साफ-सफाई, बुनियादी सुविधाओं की देखभाल और विकास कार्यों के लिए नगर परिषद को स्थिर आय की आवश्यकता होती है। लेकिन जब बड़े संगठनों से बकाया राशि नहीं मिलती, तो कामकाज पर असर पड़ता है।

इसलिए MMC ने अब बड़ी कंपनियों से बकाया वसूलने को अपनी प्राथमिकता बना लिया है। पहले भी MMC ने कुछ बैंकों और छोटे कारोबारियों पर कार्रवाई की थी, जो अपनी देयताएँ नहीं चुका पाए थे।

Also Read: रूस में अटके IndianOil और अन्य कंपनियों के अरबों डॉलर: भारत कैसे करेगा समाधान?

IOCL के लिए क्या मतलब है?

भारत की प्रमुख तेल कंपनी IOCL के लिए यह नोटिस चिंता का विषय है। अगर बकाया राशि तुरंत नहीं दी गई, तो MMC कड़े कदम उठा सकती है, जिसमें जमीन या डिपो को सील करना भी शामिल हो सकता है। इससे गोवा में ईंधन की सप्लाई प्रभावित हो सकती है।

आम जनता पर क्या असर पड़ेगा?

गोवा के आम नागरिकों के लिए इस विवाद का असर दूरगामी हो सकता है। अगर ईंधन की आपूर्ति प्रभावित हुई, तो रोजमर्रा की जिंदगी पर असर पड़ेगा। साथ ही नगर परिषद की आय में कमी आने से शहर के विकास कार्य, सफाई और अन्य जरूरी योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं।

यह मामला यह भी दर्शाता है कि चाहे कोई बड़ा संगठन हो या छोटा, हर किसी को अपने सामाजिक और आर्थिक दायित्वों को समझना होगा।

आगे क्या हो सकता है?

MMC ने साफ कर दिया है कि वह ₹5 करोड़ की राशि वसूलने के लिए कोई समझौता करने को तैयार है, लेकिन कंपनी को जल्द कदम उठाने होंगे। अगर IOCL ने भुगतान नहीं किया, तो कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ प्रीमिस को सील या जब्त करने जैसे कदम उठाए जाएंगे।

विषयविवरण
नोटिस जारी करने वालामॉरमुगाओ नगर परिषद (MMC)
नोटिस प्राप्तकर्ताइंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL)
बकाया राशिलगभग ₹5 करोड़
मुख्य मुद्दाटैक्स, रेंट या लीज की बकाया राशि
संभावित कार्रवाईजमीन जब्त, प्रीमिस सील या अन्य कानूनी कदम

Also Read: Oil india share price: अंडमान सागर में गैस की खोज से बढ़ी उम्मीदें, Oil India बनी सुर्खियों में

निष्कर्ष

यह मामला सिर्फ ₹5 करोड़ के बकाए का नहीं, बल्कि ज़िम्मेदारी और पारदर्शिता का है। बड़े संगठनों को चाहिए कि वे अपने सामाजिक और कानूनी दायित्वों को समझें और समय पर भुगतान करें। इससे न केवल शहर का विकास होगा बल्कि आम जनता का विश्वास भी बना रहेगा।

Meenakshi Arya

मेरा नाम मीनाक्षी आर्या है। मैं एक अनुभवी कंटेंट क्रिएटर हूं और पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र में सक्रिय हूं। वर्तमान में मैं The News Bullet के लिए टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य, यात्रा, शिक्षा और ऑटोमोबाइल्स जैसे विविध विषयों पर लेख लिख रही हूं।

Leave a Comment