IDFC First Bank Share नई दिल्ली — भारतीय शेयर बाजार इस समय मजबूती के दौर से गुजर रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक लगातार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। निवेशकों के लिए माहौल फिलहाल सकारात्मक है और इसी बीच मार्केट एक्सपर्ट सुमीत बगड़िया ने कुछ ऐसे स्टॉक्स की पहचान की है, जिनमें ब्रेकआउट की स्थिति बन रही है। इन स्टॉक्स ने निवेशकों का ध्यान तो खींचा ही है, लेकिन इसी चर्चा के बीच idfc first bank share भी धीरे-धीरे बाजार की नजरों में चढ़ता जा रहा है।
सुमीत बगड़िया की पसंद: ब्रेकआउट स्टॉक्स की नई लिस्ट
13 अक्टूबर 2025 को जारी अपने विश्लेषण में मार्केट एनालिस्ट सुमीत बगड़िया ने पाँच ऐसे शेयर सुझाए हैं जिनमें आने वाले हफ्तों में तेज़ी देखने की उम्मीद है। इनमें शामिल हैं —
- मैनोरमा इंडस्ट्रीज लिमिटेड
- असाही इंडिया ग्लास लिमिटेड
- बजाज कंज्यूमर केयर
- बोरोसिल रिन्यूएबल्स
- Ixigo (ले ट्रवेन्यूस टेक्नोलॉजीज)
इन सभी स्टॉक्स में तकनीकी रूप से ‘ब्रेकआउट पैटर्न’ बन चुका है। यानी, इनके दाम अपने हाल के रेजिस्टेंस स्तर को पार कर चुके हैं और आगे की दिशा अब ऊपर की ओर दिखाई दे रही है।

IDFC First Bank Share की चर्चा क्यों बढ़ी
भले ही idfc first bank share इस लिस्ट में शामिल नहीं था, लेकिन बाजार में इसकी चर्चा तेज़ है। वजह साफ है — बैंक ने बीते कुछ महीनों में अपने फाइनेंशियल प्रदर्शन और डिजिटल विस्तार के दम पर स्थिरता बनाए रखी है।
विश्लेषकों के अनुसार, बैंक के शेयर में फिलहाल ‘कंसोलिडेशन फेज’ चल रहा है, यानी कीमतें एक दायरे में घूम रही हैं। यह अक्सर किसी बड़े मूव से पहले की स्थिति होती है। अगर यह स्टॉक ₹84 के स्तर को पार करता है, तो इसमें ₹95 तक की तेजी संभव है।
बैंकिंग सेक्टर की पोजीशन मजबूत
वर्तमान समय में भारतीय बैंकिंग सेक्टर बेहतर स्थिति में है। ब्याज दरों में स्थिरता, एनपीए में कमी और रिटेल लोन की बढ़ती मांग ने अधिकांश बैंकों को मजबूती दी है। IDFC First Bank भी इसी रफ्तार के साथ आगे बढ़ रहा है।
बैंक का रिटेल लोन पोर्टफोलियो अब कुल पोर्टफोलियो का लगभग 70% हिस्सा बन चुका है। इसके अलावा, बैंक की डिजिटल बैंकिंग सर्विसेज ने भी पिछले एक साल में कई नए ग्राहक जोड़े हैं।
बैंक के एमडी और सीईओ वी. वैद्यनाथन पहले भी कह चुके हैं कि आने वाले दो सालों में बैंकिंग मॉडल पूरी तरह ग्राहक-केंद्रित और डिजिटल-ड्रिवन बनेगा।
निवेशकों के लिए सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि idfc first bank share फिलहाल लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प है। यह स्टॉक न तो बहुत जोखिम भरा है और न ही बहुत स्थिर — यानी संतुलित निवेश चाहने वालों के लिए उपयुक्त है।
- लंबी अवधि का नज़रिया रखें – बैंकिंग शेयरों में रिटर्न समय के साथ आता है।
- स्टॉप लॉस लगाएँ – ₹77 के नीचे स्टॉप लॉस रखने की सलाह दी जा रही है।
- धीरे-धीरे एंट्री करें – एकमुश्त निवेश की बजाय हिस्सों में खरीदारी बेहतर मानी जा रही है।
- कंपनी के परिणामों पर नज़र रखें – तिमाही नतीजे आगे की दिशा तय करेंगे।
बाजार का मूड सकारात्मक, अवसर बड़ा
निफ्टी बैंक इंडेक्स भी इस समय स्थिर रुख में है। विदेशी निवेशकों की वापसी और घरेलू संस्थागत निवेश के कारण बैंकिंग स्टॉक्स में सकारात्मकता बनी हुई है। अगर बाजार की दिशा यूं ही सकारात्मक रहती है, तो idfc first bank share आने वाले समय में एक “साइलेंट परफॉर्मर” साबित हो सकता है।
idfc first bank share के लिए मुख्य संकेत
| संकेत | स्थिति | विश्लेषण |
|---|---|---|
| 52-सप्ताह का उच्च स्तर | ₹97 | संभावित लक्ष्य |
| 52-सप्ताह का निम्न स्तर | ₹71 | मजबूत सपोर्ट |
| वर्तमान बाजार मूल्य | ₹82-83 (अक्टूबर 2025 के अनुसार) | स्थिर लेकिन सकारात्मक रुख |
| ट्रेडिंग वॉल्यूम | बढ़ता हुआ | निवेशकों की बढ़ती रुचि का संकेत |
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निष्कर्ष
इस समय बाजार में कई स्टॉक्स अपनी चमक दिखा रहे हैं, लेकिन IDFC First Bank की कहानी थोड़ी अलग है। यह कोई ऐसा स्टॉक नहीं जो अचानक उछल जाए — बल्कि धीरे-धीरे स्थिरता के साथ बढ़ने वाला शेयर है।
इसके मजबूत बिजनेस मॉडल, डिजिटल विस्तार और बढ़ती ग्राहक संख्या के कारण यह बैंक निवेशकों के पोर्टफोलियो में एक भरोसेमंद नाम बनता जा रहा है।




