Gold and Silver: कहते हैं कि सोना और चांदी सिर्फ गहनों की शान नहीं होते, बल्कि यह इंसान की भावनाओं और भविष्य की सुरक्षा से भी जुड़े होते हैं। जब बाज़ार में इनके दाम बढ़ते हैं, तो लोगों के दिलों में एक खास उत्सुकता और उम्मीद जगती है। इस बार भी कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला, जब सोने और चांदी दोनों ने निवेशकों और आम लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।
चार महीने की ऊँचाई पर सोना

सोने ने सोमवार को चार महीने का सबसे ऊँचा स्तर छू लिया। स्पॉट गोल्ड 0.8% बढ़कर 3,475.72 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जबकि दिसंबर डिलीवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा 0.9% बढ़कर 3,546.10 डॉलर हो गया। यह बढ़त इसलिए देखने को मिली क्योंकि निवेशकों को उम्मीद है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस महीने ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।
14 साल बाद चांदी ने बनाया नया रिकॉर्ड
सोने की चमक के साथ चांदी भी पीछे नहीं रही। चांदी की कीमत 1% से ज्यादा उछलकर 40 डॉलर प्रति औंस के पार चली गई। यह स्तर पिछले 14 सालों में पहली बार देखने को मिला है। निवेशकों के लिए यह एक रोमांचक पल है, क्योंकि लंबे समय बाद चांदी ने इतनी ऊँचाई हासिल की है।
फेडरल रिजर्व की नीति पर नजर
सैन फ्रांसिस्को फेड की अध्यक्ष मैरी डैली के बयानों ने बाजार को और ज्यादा उम्मीद दी। उन्होंने कहा कि जल्द ही नीतियों में बदलाव की जरूरत है ताकि मज़दूर वर्ग को राहत दी जा सके। उनके इन बयानों से निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ और सोने की ओर रुझान और बढ़ गया। कम ब्याज दरों के माहौल में अक्सर सोना और चांदी जैसे धातु बेहतर प्रदर्शन करते हैं, क्योंकि इनमें ब्याज से मिलने वाला लाभ नहीं होता, लेकिन सुरक्षित निवेश का भरोसा जरूर मिलता है।
डॉलर पर दबाव और वैश्विक असर
अमेरिकी अपील अदालत के एक फैसले ने भी डॉलर पर दबाव बढ़ाया है। अदालत ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ज्यादातर टैरिफ नीतियों को गैरकानूनी ठहराया, जिससे डॉलर कमजोर हुआ और सोने को एक और सहारा मिला। डॉलर के कमजोर होने का सीधा असर यह हुआ कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना और चांदी की मांग और ज्यादा मजबूत हो गई।
निवेशकों और आम लोगों की उम्मीदें

भारत जैसे देशों में सोना और चांदी सिर्फ निवेश का जरिया नहीं, बल्कि संस्कृति और परंपरा का हिस्सा हैं। ऐसे में जब इनके दाम ऊपर जाते हैं, तो लोगों के मन में मिली-जुली भावनाएँ होती हैं। जहां निवेशक इसे फायदे के नजरिए से देखते हैं, वहीं आम परिवारों के लिए यह शादी-ब्याह और त्योहारों की तैयारी में बढ़ती लागत की चिंता भी लाता है। फिर भी, इस उछाल को लेकर बाजार में उत्साह साफ नजर आ रहा है।
सोने और चांदी की यह नई उड़ान बताती है कि वैश्विक घटनाओं और नीतिगत फैसलों का असर सीधे तौर पर हमारी ज़िंदगी से जुड़ा होता है। निवेशकों के लिए यह सुनहरा मौका हो सकता है, वहीं आम लोगों के लिए कीमतों में बढ़ोतरी थोड़ी चिंता भी ला सकती है। आने वाले दिनों में फेडरल रिजर्व की अगली चाल पर सबकी नजरें टिकी रहेंगी, क्योंकि वही तय करेगा कि सोने और चांदी की यह चमक कितनी और आगे बढ़ती है।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल जानकारी और सामान्य समझ के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दिए गए आंकड़े और तथ्य विभिन्न स्रोतों पर आधारित हैं। निवेश करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।