नई दिल्ली, 6 अक्टूबर 2025 — भारतीय शेयर बाज़ार में आज सुबह की शुरुआत उम्मीद से ज्यादा उत्साह के साथ हुई। वजह थी देश के सबसे बड़े निजी बैंक HDFC Bank (hdfcbank) की शानदार तिमाही (Q2 FY26) रिपोर्ट। बैंक के आंकड़े सामने आने के बाद न सिर्फ इसके शेयर में तेजी देखी गई, बल्कि पूरे बैंकिंग सेक्टर में नई ऊर्जा भर गई।
जमा और उधार, दोनों में जबरदस्त उछाल

बैंक ने अपने तिमाही अपडेट में बताया कि कुल डिपॉज़िट्स में 15.1% और अडवांस (लोन) में करीब 9% की बढ़ोतरी हुई है।
यह वृद्धि ऐसे समय में आई है जब वैश्विक स्तर पर बैंकिंग सेक्टर में धीमापन देखने को मिल रहा था।
जानकारों का कहना है कि यह प्रदर्शन बैंक की गहरी जड़ें और भरोसेमंद ग्राहक आधार को दिखाता है।
HDFC Bank की कुल जमा राशि अब ₹28.69 लाख करोड़ तक पहुँच गई है।
वहीं CASA (करंट और सेविंग अकाउंट) में 8.5% की बढ़ोतरी भी बैंक की बैलेंस शीट को मजबूत कर रही है।
एक वरिष्ठ मार्केट विश्लेषक ने कहा,
“यह सिर्फ एक बैंक की रिपोर्ट नहीं, बल्कि बैंकिंग सेक्टर के लिए भरोसे की वापसी का संकेत है।”
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अन्य वित्तीय शेयर भी चढ़े
HDFC Bank की रिपोर्ट के बाद Kotak Mahindra Bank, Bajaj Finance और ICICI Bank जैसे बड़े नामों के शेयरों में भी तेजी आई।
Kotak Mahindra Bank ने Q2 में अपनी जमा राशि और लोन दोनों में मजबूती दिखाई, जबकि Bajaj Finance की कुल AUM (संपत्ति प्रबंधन) में 24% की बढ़ोतरी हुई।
इन खबरों ने निवेशकों को यह भरोसा दिलाया कि वित्तीय सेक्टर में अब भी विकास की गुंजाइश बाकी है।
Bank Nifty इंडेक्स में भी 1.5% तक की बढ़त दर्ज की गई, और सुबह के सत्र में hdfcbank के शेयर ₹1,680 के करीब पहुंच गए।
निवेशकों में नई उम्मीद
कई निवेशकों के लिए यह रिपोर्ट राहत की खबर बनकर आई।
पिछले कुछ महीनों से बैंकिंग शेयरों में गिरावट का दौर चल रहा था।
लेकिन HDFC Bank के मजबूत आंकड़ों ने भरोसे की वापसी कराई।
दिल्ली के एक छोटे निवेशक ने कहा —
“HDFC Bank ने फिर साबित कर दिया कि यह भारत का सबसे भरोसेमंद बैंक है। अब उम्मीद है कि इसके शेयर एक नया हाई बना सकते हैं।”
ब्रोकरेज हाउस Systematix और Motilal Oswal ने भी HDFC Bank को “Buy” रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस ₹1,950 तक बढ़ा दिया है।
लेकिन चुनौतियाँ बरकरार
हालाँकि, बाज़ार में सब कुछ सुहावना नहीं है।
कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि जमा दरें बढ़ने से बैंकों के नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) पर दबाव आ सकता है।
इसके अलावा, ब्याज दरों में संभावित बदलाव और ऋण वसूली की स्थिति पर भी नज़र रखनी होगी।
HDFC Bank के अधिकारियों ने हालांकि कहा है कि बैंक का बैलेंस शीट मजबूत है और भविष्य की रणनीति दीर्घकालिक विकास पर केंद्रित है।
बाजार का रुख और भविष्य की उम्मीद
विश्लेषकों का अनुमान है कि आगामी हफ्तों में बैंकिंग शेयरों में स्थिरता बनी रह सकती है।
अगर विदेशी निवेशक (FIIs) की वापसी जारी रहती है, तो hdfcbank और अन्य वित्तीय संस्थानों के शेयरों में और बढ़त देखने को मिल सकती है।
Bajaj Finance, Kotak Mahindra Bank और HDFC Bank का यह संयुक्त प्रदर्शन वित्तीय सेक्टर को आगे ले जाने वाला साबित हो सकता है।
| बैंक | जमा वृद्धि | लोन वृद्धि | बाजार प्रतिक्रिया |
|---|---|---|---|
| HDFC Bank | 15.1% | 9% | शेयर में 2% की बढ़त |
| Kotak Mahindra Bank | 12.3% | 10% | शेयर में 1.5% की बढ़त |
| Bajaj Finance | — | AUM 24% बढ़ा | शेयर में 3% की उछाल |
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निष्कर्ष
hdfcbank की रिपोर्ट ने साबित किया कि बैंक की जड़ें भारतीय अर्थव्यवस्था में कितनी मजबूत हैं।
यह केवल एक वित्तीय रिपोर्ट नहीं, बल्कि एक संदेश है — कि स्थिरता, भरोसा और पारदर्शिता आज भी निवेशकों का दिल जीत सकती है।
आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह रफ्तार बरकरार रहती है या बाजार फिर किसी नई दिशा में मुड़ता है।
फिलहाल इतना तय है कि HDFC Bank ने एक बार फिर अपनी साख को साबित कर दिया है — और निवेशकों के बीच वही पुराना भरोसा लौट आया है।




