Gold Price Forecast 2025: ₹2,80,000 के पास पहुंच सकता है सोना, $3,310 पर टूटेगा या फिर लौटेगा सुनहरा उछाल

Rashmi Kumari -

Published on: June 20, 2025

Gold Price Forecast: हम सभी जानते हैं कि जब दुनिया की अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता होती है, तब लोग सबसे पहले सोने की ओर देखते हैं। यही कारण है कि सोने की कीमतों में हलचल हमेशा एक भावनात्मक और आर्थिक विषय बन जाती है। इन दिनों सोने (XAU/USD) की कीमतें $3,371.17 के आसपास चल रही हैं, जो पिछले सप्ताह के उच्चतम स्तर $3,451.53 से थोड़ी नीचे है। बाजारों की निगाह अब टिकी है अमेरिका के फेडरल रिजर्व की हालिया नीति बयान और आगामी महंगाई एवं रोजगार आंकड़ों पर, जो भविष्य की कीमतों की दिशा तय कर सकते हैं।

Gold Price Forecast: क्या $3,310 बना रहेगा सपोर्ट या टूटेगा ट्रेंड

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इस समय जो सबसे अहम तकनीकी स्तर सामने है, वह है $3,310.48, जो कि 50-दिवसीय मूविंग एवरेज के बहुत करीब है। यह एक ऐसा स्तर है जो तकनीकी रूप से सोने के लिए ‘बॉर्डर लाइन’ बन गया है। अगर सोने की कीमत इस स्तर के नीचे जाती है, तो यह $3,280 या यहां तक कि $3,228 तक भी गिर सकती है। लेकिन अगर बुलिश ट्रेंड बना रहता है और कीमतें इस लेवल से ऊपर टिकती हैं, तो यह एक नई रैली का संकेत होगा, जिसमें $3,435 से $3,451 तक का उछाल संभव है।

Gold Price Forecast: फेड की नीति: सख्ती और लचीलापन साथ-साथ

फेडरल रिजर्व ने हाल ही में अपनी बेंचमार्क ब्याज दरों को 4.25%–4.50% के स्तर पर स्थिर रखा है, लेकिन इस बार उनके बयान में लचीलापन साफ झलक रहा है। उन्होंने स्वीकार किया कि महंगाई अब भी थोड़ी ऊंची है, परंतु यह भी संकेत दिया कि यदि आर्थिक जोखिम सामने आते हैं, तो वे अपनी नीति को ‘एडजस्ट’ करने के लिए तैयार हैं। यह एक नरम रुख है जो सोने जैसे सुरक्षित निवेश के लिए सकारात्मक संकेत देता है।

Gold Price Forecast: अल्पकालिक दबाव, लेकिन दीर्घकालिक उम्मीदें बरकरार

हालांकि इस समय उच्च वास्तविक ब्याज दरें सोने की कीमतों को सीमित कर रही हैं, लेकिन बाजार में यह उम्मीद भी ज़िंदा है कि यदि महंगाई या रोजगार के आंकड़े कमजोर आते हैं, तो फेड ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। यही कारण है कि निवेशकों की नज़र हर आने वाले डेटा पर टिकी हुई है। यदि अगले आंकड़े कमजोर आते हैं, तो यह सोने को $3,450 से ऊपर ले जाने का मौका दे सकते हैं।

Gold Price Forecast: क्यों दीर्घकालिक दृष्टिकोण अब भी बुलिश है?

अगर हम 6 से 18 महीनों की बात करें, तो सोने की चमक और बढ़ सकती है। वैश्विक अस्थिरता, केंद्रीय बैंकों की खरीदारी, और वित्तीय जोखिमों के बीच सोना एक सुरक्षित विकल्प बना रहेगा। यदि फेड किसी भी आर्थिक कमजोरी के चलते ब्याज दरों में नरमी लाता है, तो सोने की कीमतें $3,500 से भी ऊपर जा सकती हैं।

Gold Price Forecast: निवेशकों के लिए सलाह: हर गिरावट में छुपा है मौका

फिलहाल भले ही बाजार थोड़ा दबाव में हो, लेकिन लॉन्ग टर्म में सोना अब भी एक मजबूत दावेदार बना हुआ है। यदि कीमतें $3,310 से नीचे जाती हैं, तो $3,280 और $3,228 अगले अहम स्तर होंगे। लेकिन यदि कीमतें इसी दायरे में स्थिर रहती हैं और आने वाले आंकड़े अनुकूल आते हैं, तो फिर एक और रैली की संभावना बढ़ जाती है।

डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी विश्लेषणात्मक और शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है। कृपया निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें। सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय घटनाओं, मौद्रिक नीति और बाजार धारणा के आधार पर तेजी से बदल सकती हैं।

Rashmi Kumari

मेरा नाम Rashmi Kumari है , में एक अनुभवी कंटेंट क्रिएटर हूं और पिछले कुछ वर्षों से इस क्षेत्र में काम कर रही हूं। फिलहाल, मैं The News Bullet पर तकनीकी, स्वास्थ्य, यात्रा, शिक्षा और ऑटोमोबाइल्स जैसे विषयों पर आर्टिकल लिख रही हूं। मेरा उद्देश्य हमेशा जानकारी को सरल और आकर्षक तरीके से प्रस्तुत करना है, ताकि पाठक उसे आसानी से समझ सकें और उसका लाभ उठा सकें।

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