First phase of earnings release: हर कारोबारी हफ्ते की शुरुआत अपने साथ नई उम्मीदें और उत्सुकताएं लेकर आती है। लेकिन इस बार बात कुछ खास है, क्योंकि देश की बड़ी कंपनियों में शामिल इंफोसिस, बजाज फाइनेंस, नेस्ले, ईटरनल, पेटीएम और कोटक महिंद्रा बैंक जैसी 95 कंपनियां अपने अप्रैल से जून यानी Q1 के वित्तीय नतीजे पेश करने जा रही हैं। ये वही वक्त होता है जब निवेशक, कारोबारी और आम लोग सभी एक जैसे सवालों से घिरे रहते हैं किस कंपनी का मुनाफा बढ़ा, किसका घटा? किस सेक्टर में उछाल आया और कहां गिरावट देखने को मिली?
इंफोसिस और बजाज फाइनेंस पर सबकी नजरें

टेक्नोलॉजी और फाइनेंस सेक्टर की दो बड़ी कंपनियां इंफोसिस और बजाज फाइनेंस के रिजल्ट्स को लेकर निवेशकों में खासा उत्साह है। इंफोसिस की आय और विदेशी प्रोजेक्ट्स को लेकर जो रणनीतियाँ अपनाई गई हैं, उनका असर अब आंकड़ों के रूप में देखने को मिलेगा। वहीं बजाज फाइनेंस, जो लगातार मिडिल क्लास और डिजिटल क्रेडिट सेक्टर में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है, उसके नतीजे निवेशकों के लिए उत्साह या चिंता का कारण बन सकते हैं।
नेस्ले और FMCG सेक्टर से जुड़े संकेत
नेस्ले जैसी एफएमसीजी कंपनी के नतीजे इस बात का संकेत देंगे कि महंगाई और बदलते कंज्यूमर बिहेवियर का असर इस सेक्टर पर कैसा रहा है। अगर इनके आंकड़े अच्छे आते हैं, तो यह संकेत होगा कि रिटेल डिमांड अभी भी मजबूत बनी हुई है और लोग अपनी जीवनशैली की आवश्यक चीजों पर खर्च कर रहे हैं।
पेटीएम और कोटक महिंद्रा जैसे नाम भी लिस्ट में शामिल
डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम भी इस लिस्ट में शामिल है, जो हमेशा से अपने घाटे और मुनाफे के संतुलन को लेकर चर्चा में रहती है। वहीं कोटक महिंद्रा बैंक की लोन ग्रोथ और नेट इंटरेस्ट मार्जिन जैसे आंकड़े यह तय करेंगे कि बैंकिंग सेक्टर की सेहत कैसी है और क्या आने वाले समय में इसमें और निवेश किया जा सकता है।
निवेशकों के लिए यह हफ्ता बेहद अहम

ये आंकड़े केवल कंपनियों की स्थिति को नहीं दर्शाते, बल्कि पूरे शेयर बाजार के मूड को तय करते हैं। यदि अधिकांश कंपनियों के नतीजे बेहतर आते हैं, तो बाजार में तेजी का माहौल बन सकता है। लेकिन अगर गिरावट देखने को मिलती है, तो इसका असर निफ्टी और सेंसेक्स पर साफ दिखाई देगा।
Disclaimer: यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी पर आधारित है और इसका उद्देश्य केवल जानकारी प्रदान करना है। इसमें दी गई सामग्री किसी भी निवेश सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों से अनुरोध है कि किसी भी आर्थिक निर्णय से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। लेख में दी गई जानकारी पूर्णतः यूनिक और ऑरिजिनल है।