Federal Reserve interest rate cuts:- यूएस में तीसरी बार ब्याज दर में कटौती — Federal Reserve ने क्यों घटाई दरें?

Meenakshi Arya -

Published on: December 11, 2025

Federal Reserve interest rate cuts: अमेरिका की केंद्रीय बैंकिंग संस्था Federal Reserve ने 2025 में तीसरी बार अपनी ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया है। इस कदम ने न सिर्फ अमेरिका की अर्थव्यवस्था में हलचल पैदा की है, बल्कि वैश्विक बाजारों में भी बड़ी प्रतिक्रियाएँ देखी जा रही हैं।
जैसा कि विशेषज्ञ पहले से कह रहे थे, federal reserve interest rate cuts का मकसद महंगाई को नियंत्रित रखने के साथ-साथ रोजगार और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देना है — लेकिन इस बार के फैसले में महंगाई के नियंत्रण के साथ मज़दूर बाज़ार की चिंताओं को ठीक से दर्शाया गया है।

क्या हुआ है? Federal Reserve ने दरें फिर घटाईं

Federal Reserve interest rate cuts: ने 2025 के अंत तक तीन बार ब्याज दरों में कटौती की है, और यह आखिरी कटौती पिछले कुछ हफ्तों में की गई। अमेरिका में अब ब्याज दरें पहले के मुकाबले काफी नीची जा चुकी हैं, जिसका मतलब है कि बैंक, व्यवसाय और आम लोग अब सस्ते उधार से पैसा ले सकते हैं।

Fed के चेयरमैन ने बैठक के बाद साफ कहा कि उन्होंने दर घटाने का फैसला श्रम बाज़ार में अनिश्चितता को देखते हुए लिया है। यानी, जहां कार्यकर्ता (workers) की संख्या में उतार-चढ़ाव आ रहा है और रोज़गार के अवसरों में स्थिरता नहीं दिख रही, वहीं केंद्रीय बैंक यह सुनिश्चित करना चाहता है कि आर्थिक गतिविधियाँ सुस्त न पड़ें।

फेडरल रिजर्व के इस कदम के पीछे के कारण

Federal Reserve interest rate cuts: जब Fed ब्याज दरों को घटाता है, तो इसका मतलब यह होता है कि बैंक अपने ग्राहकों को ऋण (Loans) पर सस्ता पैसा दे सकते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य तीन चीज़ों पर असर डालना होता है:

1. ख़र्च और निवेश को बढ़ावा देना

कम ब्याज दर होने से व्यवसाय और ग्राहक अधिक उधार लेकर ख़र्च और निवेश कर सकते हैं। इससे उत्पादन, मांग और आर्थिक विकास को बढ़ा देने की उम्मीद रहती है।

2. रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना

जब कंपनियाँ विस्तार करती हैं या नए प्रोजेक्ट शुरू करती हैं, तो उन्हें अधिक श्रमिकों की जरूरत होती है। फिलहाल अमेरिकी कार्यबल में उतार-चढ़ाव है, और Fed इसका समाधान ढूंढने की कोशिश कर रहा है।

3. महंगाई को संतुलित रखना

हालांकि अमेरिका में महंगाई पिछले कुछ समय में नियंत्रण में आई है, लेकिन Fed हर स्थिति को ध्यान में रखते हुए दरों में बदलाव करता है ताकि किसी भी तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े।

श्रम बाज़ार की चिंता — क्यों Fed ने इसे खास बताया?

Federal Reserve interest rate cuts: ने भी स्पष्ट किया है कि इस बार उन्होंने labour market concerns यानी श्रम बाज़ार की चिंताओं को खासतौर पर देखा है। यह चिंता इसलिए है कि हाल के महीनों में नौकरी के अवसरों में उतार-चढ़ाव आया है और बेरोज़गारी दर में अपेक्षित स्थिरता नहीं दिखी है।

कभी-कभी अगर अर्थव्यवस्था बहुत धीमी हो जाती है, तो रोजगार के अवसर कम हो जाते हैं और लोग खर्च करने में संकोच करते हैं। दरों को नीचे लाकर Fed यह सुनिश्चित करना चाहता है कि कंपनियाँ विस्तार कर सकें और नए अवसर पैदा कर सकें।

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निष्कर्ष — एक बड़ा संकेत, लेकिन संतुलित उम्मीदें

federal reserve interest rate cuts का यह तीसरा कदम यह बताता है कि अमेरिका अपनी अर्थव्यवस्था को संतुलित और सुदृढ़ करने की दिशा में प्रयासरत है।
यह दर कटौती उत्साह, निवेश और कर्ज़ की क्षमता बढ़ा सकती है, लेकिन इसके साथ ही बाज़ार में सतर्कता भी बनी रहनी चाहिए।

Federal Reserve interest rate cuts अंततः इस फैसले का असर सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं रहेगा—विश्व बाज़ार, विदेशी मुद्रा दरें, निवेश रुझान और वैश्विक आर्थिक छवि पर भी इसका पड़ाव होगा।

और यह वही वक्त है—जब आम लोग, निवेशक और व्यापारी सब एक ही सवाल पर नज़रें टिकाए हैं:
आगे का रास्ता क्या संकेत देता है, और यह कदम हमारे जीवन और अर्थव्यवस्था को कितनी मजबूती या बदलाव दे सकता है?

Meenakshi Arya

मेरा नाम मीनाक्षी आर्या है। मैं एक अनुभवी कंटेंट क्रिएटर हूं और पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र में सक्रिय हूं। वर्तमान में मैं The News Bullet के लिए टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य, यात्रा, शिक्षा और ऑटोमोबाइल्स जैसे विविध विषयों पर लेख लिख रही हूं।

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