Excelsoft Technologies IPO: निवेशकों में बढ़ी हलचल, टेक कंपनी के इश्यू पर बाज़ार की नजर

Meenakshi Arya -

Published on: November 21, 2025

टेक और एजु-टेक सेक्टर में अपनी पहचान बना चुकी बेंगलुरु की कंपनी Excelsoft Technologies IPO इन दिनों शेयर बाजार में चर्चा का केंद्र बनी हुई है। कंपनी का बहुप्रतीक्षित excelsoft technologies ipo 19 नवंबर को खुलते ही निवेशकों की दिलचस्पी जगाने में सफल रहा है। तेजी से बढ़ते SaaS और डिजिटल एजुकेशन उद्योग में इसकी अच्छी पकड़ होने की वजह से रिटेल निवेशकों से लेकर बड़े संस्थागत निवेशकों तक, सभी इस इश्यू की ओर नज़रें जमाए बैठे हैं।

IPO की रेंज और आकार—निवेशकों के हिसाब से किफायती दायरा

Excelsoft Technologies IPO: कंपनी ने अपने शेयर की कीमत ₹114 से ₹120 के बीच तय की है। इस रेंज को देखकर ही स्पष्ट हो जाता है कि मैनेजमेंट ने इसे बड़े दायरे के निवेशकों के लिए खुला रखने की कोशिश की है।
IPO से कंपनी कुल ₹500 करोड़ जुटाना चाहती है—जिसमें से ₹180 करोड़ फ्रेश इश्यू और बाकी ₹320 करोड़ प्रमोटर्स द्वारा OFS के ज़रिए आएंगे।

रिटेल निवेशक के लिए न्यूनतम आवेदन में 125 शेयरों का लॉट अनिवार्य है। यानी एक औसत निवेशक के लिए करीब ₹15,000 में IPO में हिस्सा लेना संभव है, जो मौजूदा समय के कई IPO की तुलना में किफायती माना जा सकता है।

ग्रे मार्केट में उत्साह—लेकिन सतर्कता भी ज़रूरी

Excelsoft Technologies IPO: इश्यू खुलते ही अनऑफिशियल ग्रे मार्केट में इसका प्रीमियम (GMP) भी सामने आने लगा है। शुरुआती दिनों में इसमें ₹15–₹16 के आसपास प्रीमियम की चर्चा हुई, जो निवेशकों की सकारात्मक भावना को दर्शाता है।
हालांकि, यह भी सच है कि GMP सिर्फ माहौल बताता है, लिस्टिंग प्राइस की गारंटी नहीं देता। अक्सर देखा गया है कि IPO के दिन उत्साह दिखता है, और लिस्टिंग के दिन तस्वीर बदल जाती है। इसलिए कई अनुभवी निवेशक इस प्रीमियम पर ज़्यादा निर्भर न करने की सलाह देते हैं।

कंपनी क्या करती है—और यह क्यों खास है?

Excelsoft Technologies IPO मुख्य रूप से शिक्षा और असेसमेंट क्षेत्र में तकनीकी समाधान देती है। इसके प्लेटफॉर्म स्कूलों, विश्वविद्यालयों और कॉर्पोरेट संस्थानों में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किए जाते हैं।
AI-आधारित टेस्टिंग प्लेटफॉर्म, डिजिटल लर्निंग सिस्टम, eBook मॉड्यूल और ऑनलाइन मूल्यांकन तकनीक—ये सब कंपनी की सबसे मजबूत पेशकश मानी जाती हैं।

आज जब शिक्षा तेजी से डिजिटल होती जा रही है और दुनियाभर में ऑनलाइन असेसमेंट की जरूरत बढ़ रही है, ऐसे में Excelsoft की सेवाएं वैश्विक स्तर पर मांग में हैं। यही कारण है कि निवेशक इस IPO को सिर्फ एक और इश्यू नहीं, बल्कि भविष्य से जुड़ा हुआ मौका मान रहे हैं।

फंड का इस्तेमाल—विस्तार की तैयारी

कंपनी IPO से उठाई रकम को तीन बड़े हिस्सों में लगाना चाहती है—

  • मैसूर में नई जमीन और बिल्डिंग
  • मौजूदा यूनिट्स का अपग्रेडेशन
  • आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर को उन्नत करना

इन योजनाओं से साफ लगता है कि कंपनी सिर्फ पूंजी जुटाने नहीं आई, बल्कि धीरे-धीरे बड़े पैमाने पर विस्तार करने की तैयारी में है। खासकर टेक और SaaS कंपनियों के लिए मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर भविष्य के विकास की बुनियाद माना जाता है।

वित्तीय रिपोर्ट—उतार-चढ़ाव के बावजूद सुधार का संकेत

Excelsoft Technologies IPO: पिछले कुछ वर्षों में कंपनी के मुनाफे में थोड़ी अस्थिरता देखी गई है—FY23 की तुलना में FY24 में लाभ कम हुआ, लेकिन FY25 में कंपनी फिर से पटरी पर लौट आई।
यह उतार-चढ़ाव टेक कंपनियों में आम माना जाता है, क्योंकि शोध-विकास और तकनीकी उन्नयन में लगातार निवेश करना पड़ता है।
वित्तीय प्रदर्शन देखकर साफ है कि मैनेजमेंट जोखिम लेने से नहीं डरता और बिजनेस को सुधारने के लिए आक्रामक कदम उठाता है।

निष्कर्ष—उम्मीदें भी, मौके भी

excelsoft technologies ipo वित्तीय दुनिया में इस समय चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है। उद्योग का रुझान इसके पक्ष में है, कंपनी के पास ठोस अनुभव है और ग्रे मार्केट में इसकी मौजूदगी सकारात्मक है।

लेकिन हर निवेश की तरह, यहाँ भी समझदारी ज़रूरी है। यह इश्यू मौके ज़रूर देता है, पर साथ में जिम्मेदारी भी लाता है कि फैसला सोच-समझकर लिया जाए।

Meenakshi Arya

मेरा नाम मीनाक्षी आर्या है। मैं एक अनुभवी कंटेंट क्रिएटर हूं और पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र में सक्रिय हूं। वर्तमान में मैं The News Bullet के लिए टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य, यात्रा, शिक्षा और ऑटोमोबाइल्स जैसे विविध विषयों पर लेख लिख रही हूं।

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