NIRF Ranking 2025: IISc बेंगलुरु टॉप पर, JNU और Jamia ने भी दिखाई ताक़त

Meenakshi Arya -

Published on: September 6, 2025

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NIRF Ranking 2025:- नई दिल्ली, 4 सितंबर 2025 — उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हर साल बेसब्री से इंतज़ार किया जाने वाला NIRF Ranking 2025 जारी हो गया है। इस साल भी भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) बेंगलुरु ने अपनी बादशाहत कायम रखते हुए पहला स्थान हासिल किया है। वहीं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) और दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) जैसी राजधानी की संस्थाओं ने भी अपने प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरी हैं।

IISc का जलवा कायम

NIRF Ranking 2025:- पिछले कई सालों से विश्वविद्यालय श्रेणी में IISc बेंगलुरु लगातार नंबर-1 बना हुआ है। 2025 की रैंकिंग ने एक बार फिर साबित किया कि रिसर्च और इनोवेशन में IISc की बराबरी करना फिलहाल किसी और संस्थान के लिए आसान नहीं।

JNU और Jamia ने दिल्ली का मान रखा

NIRF Ranking 2025:- JNU इस साल की रैंकिंग में दूसरे स्थान पर रहा। यह दिखाता है कि शोध, शिक्षा और सामाजिक अध्ययन में जेएनयू का योगदान अभी भी मजबूत है।
वहीं Jamia Millia Islamia चौथे स्थान पर रही। दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) भी टॉप-5 में शामिल होकर राजधानी की अकादमिक ताकत को रेखांकित करता है।

दिल्ली के विश्वविद्यालयों का जलवा

दिल्ली की यूनिवर्सिटीज़ ने इस बार शानदार प्रदर्शन किया है।

  • JNU (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) को दूसरा स्थान मिला।
  • Jamia Millia Islamia चौथे पायदान पर रही।
  • वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने भी टॉप-5 में जगह बनाई।

इन नतीजों से यह साफ़ हो जाता है कि दिल्ली अब सिर्फ़ राजनीतिक राजधानी नहीं, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी देश का केंद्र बन चुकी है।

कॉलेज कैटेगरी में DU का दबदबा

कॉलेज स्तर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों ने फिर से अपना जलवा बिखेरा।

  • हिंदू कॉलेज पहले नंबर पर रहा।
  • मिरांडा हाउस को दूसरा स्थान मिला।
  • वहीं हंसराज, सेंट स्टीफन्स और किरोड़ीमल कॉलेज भी टॉप-10 में शामिल हुए।

यह नतीजे दिखाते हैं कि DU के कॉलेज छात्रों के बीच अब भी सबसे बड़ी पसंद बने हुए हैं।

IIT-Madras का जलवा

NIRF Ranking 2025:- ‘ओवरऑल कैटेगरी’ में इस साल भी IIT-Madras ने बाज़ी मारी है। यह लगातार सातवीं बार हुआ है जब IIT-Madras देश का नंबर-1 संस्थान बना है। स्टार्टअप संस्कृति, शोध और टेक्नोलॉजी में इसकी अहम भूमिका रही है।

नई सोच और नया मूल्यांकन

इस साल की NIRF Ranking 2025 में एक ख़ास पहल यह रही कि इसमें सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDG) यानी सामाजिक प्रभाव और ज़िम्मेदारी को भी शामिल किया गया। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रैंकिंग जारी करते हुए कहा कि अब यह सिर्फ़ पढ़ाई तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि समाज पर संस्थानों के योगदान को भी तौला जाएगा।

क्यों अहम है यह रैंकिंग?

  • छात्रों के लिए सही संस्थान चुनने का यह सबसे भरोसेमंद आधार बन चुका है।
  • सरकारी और निजी संस्थानों के बीच प्रतिस्पर्धा को यह और तेज़ करता है।
  • शोध और इनोवेशन की दिशा तय करने में इसका बड़ा योगदान है।

समग्र तस्वीर

सरकारी संस्थानों का दबदबा – IISc, IITs, JNU और DU ने फिर से अपनी बादशाहत दिखाई।
निजी संस्थानों की चुनौती – MAHE जैसे निजी विश्वविद्यालय लगातार टॉप में जगह बना रहे हैं।
दिल्ली का जलवा – कॉलेज कैटेगरी में दिल्ली का बोलबाला रहा।
भविष्य की झलक – अब रैंकिंग सिर्फ़ अंकों की नहीं, बल्कि सामाजिक योगदान की कहानी भी कहेगी।

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, NIRF Ranking 2025 ने एक बार फिर यह साबित किया है कि भारत में शिक्षा का स्तर लगातार ऊँचाइयों को छू रहा है। जहाँ IISc और IIT-Madras जैसे संस्थान शोध और टेक्नोलॉजी में अग्रणी हैं, वहीं JNU, Jamia और DU जैसे विश्वविद्यालय छात्रों को सामाजिक और अकादमिक दोनों मोर्चों पर मज़बूत कर रहे हैं।

भविष्य में यह रैंकिंग छात्रों को न केवल सही संस्थान चुनने में मदद करेगी, बल्कि शिक्षा के जरिए देश की सामाजिक-आर्थिक प्रगति को भी दिशा देगी। यह रैंकिंग सिर्फ़ एक सूची नहीं, बल्कि भारत की शिक्षा यात्रा का आईना है, जो दिखाती है कि आने वाला कल किस ओर बढ़ रहा है।

Meenakshi Arya

मेरा नाम मीनाक्षी आर्या है। मैं एक अनुभवी कंटेंट क्रिएटर हूं और पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र में सक्रिय हूं। वर्तमान में मैं The News Bullet के लिए टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य, यात्रा, शिक्षा और ऑटोमोबाइल्स जैसे विविध विषयों पर लेख लिख रही हूं।

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