CCSU: मेरठ। कल्पना कीजिए — भीड़ भरी काउंटर लाइन में खड़े हैं, फॉर्म हाथ में है, नाम दर्ज है, एनरोलमेंट नंबर भी सही, पर फिर भी कॉलेज कह दे “पहचान सुनिश्चित नहीं हो पा रही”। यही आशंका इन दिनों CCSU के छात्रों के दिल में धड़क रही है। कारण — समर्थ पोर्टल पर प्रदर्शित छात्र सूची में पिता का नाम दिखाई नहीं दे रहा। एक छोटी-सी तकनीकी त्रुटि, मगर असर इतना गहरा कि पूरी विषय-आवंटन प्रक्रिया थम चुकी है।
CCSU (Chaudhary Charan Singh University) से जुड़े कॉलेजों में दाखिला और विषय चयन अब ऑनलाइन प्रक्रिया में होता है। यह तरीका आधुनिक जरूर है, लेकिन इस बार पोर्टल पर आयी खामी ने पूरे सिस्टम को असहाय बना दिया। जिन छात्रों के नाम समान हैं, उन्हें पहचानना लगभग नामुमकिन हो गया है। कई शिक्षकों ने बताया कि एक-समान नाम वाले दर्जनों छात्र मौजूद हैं, लेकिन पिता का नाम नहीं दिखने के कारण कौन कौन है — यह किताब खुली रह गई है, पर पन्ना गायब।
समस्या इतनी गहरी — हजारों की संख्या में परेशानी

CCSU: बात की शुरुआत हुई जब कई कॉलेजों ने आवेदनकर्ताओं की लिस्ट डाउनलोड करने की कोशिश की — पर समर्थ पोर्टल से वह लिस्ट ही नहीं मिली। विषय आवंटन शुरू ही नहीं हो पाया। नतीजा यह हुआ कि समय सीमा धीरे-धेरे खत्म हो रही है, लेकिन अधिकांश कॉलेज अब तक विषय चयन नहीं कर पाए।
एक छात्र नेता ने कहा — “हम नाम, रोल नंबर, सब दे सकते हैं, पर अगर पिता का नाम नहीं है, तो कॉलेज हमारी पहचान कैसे तय करेगा? इससे वही छात्र प्रभावित होंगे जिनका नाम किसी और से मिलता-जुलता है।“
सिर्फ नाम से नहीं चलेगा, भरोसे को कायम रखें
अकसर कॉलेजों में एक ही नाम वाले कई छात्र होते हैं — इसलिए पिता/माता का नाम, जन्म-तिथि या अन्य पहचान-सूचना परीक्षा, नामांकन और विषय चयन में अहम होती है।
हालाँकि CCSU के ताज़ा निर्देशों के तहत Samarth Portal से ही दाखिला, रजिस्ट्रेशन, विषय चयन और परीक्षा परिणाम तक की प्रक्रिया हो रही है।
लेकिन अब जब पोर्टल में यह जानकारी गायब है, तो न सिर्फ छात्रों की पहचान मुश्किल हो रही है — बल्कि कॉलेज प्रशासन भी लिस्ट नहीं बना पा रहा, और डाटा में गड़बड़ी की संभावना बढ़ गई है।
क्या हो सकेंगे इसके दुष्परिणाम?
- नाम की मिलती-जुलती छात्रों में असली पहचान न होने पर प्रवेश / विषय आवंटन गलत हो सकता है।
- इस कारण कई छात्र विषय व कक्षाएं नहीं पाएं, जिससे उनका पूरा साल खराब हो सकता है।
- अगर समय पर सुधार नहीं हुआ — तो लाखों विद्यार्थियों का भविष्य टल सकता है।
छात्रों का कहना है कि कॉलेजों में तालाबंदी, नामांकन रहित होना, या विषय न मिलना — इन सबका बोझ अब उनके ऊपर है।
विश्वविद्यालय व प्रशासन ने क्या कहा
विश्वविद्यालय प्रशासन ने admit किया है कि समस्या Samarth Portal की तकनीकी खामी की वजह से हुई है — और उन्होंने कहा है कि तकनीकी टीम को तुरंत इसका समाधान करने को कहा गया है। कॉलेज प्राचार्य इसी सिलसिले में लगातार कुलपति कार्यालय में चक्कर लगा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार — अगली दो-तीन दिनों में मामले की समीक्षा होगी और यदि संभव हुआ, तो विषय-चयन की तिथि बढ़ाने का प्रस्ताव तय किया जाएगा। इसके अलावा, छात्रों से राहत देने के लिए कहा गया है कि वे अपनी पहचान सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त पहचान दस्तावेज़ तैयार रखें — जैसे आधार कार्ड, पुराने मार्कशीट, अन्य पहचान पत्र आदि।
CCSU निष्कर्ष
इस समय CCSU से जुड़े लाखों छात्रों की परेशानी सिर्फ एक तकनीकी खामी के कारण बढ़ गई है।
नाम, रोल नंबर होने के बावजूद — पिता या माता का नाम न दिखना उन छात्रों के लिए झंझट खड़ा कर रहा है जिनका नाम किसी और से मिलता है।
जहाँ प्रशासन तकनीकी टीम को समस्या सुधारने का भरोसा दे रहा है, वहीं छात्र संगठन व अभिभावक यह बता रहे हैं कि केवल भरोसा ही काम नहीं करता — समय पर सुधार व निर्णायक फैसला चाहिए, ताकि स्तरीय शिक्षा या एक साल की मेहनत बर्बाद न हो जाए।
यूँ समझिए कि CCSU के इस पोर्टल की गड़बड़ी ने — सिर्फ डेटा नहीं, हजारों छात्रों की आशाओं और भविष्य का मार्ग प्रभावित कर दिया है। उम्मीद है, समस्या जल्द सुलझे — वरना फिर सैकड़ों कुर्सियाँ खाली रह जाएँगी।






