शिमला — हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) ने उन छात्रों के लिए खुशखबरी दी है, जो किसी कारणवश अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए। विश्वविद्यालय ने फैसला लिया है कि ऐसे विद्यार्थियों को अब “Golden Chance” मिलेगा। यानी जिन छात्रों की डिग्री अधूरी रह गई थी, वे अब परीक्षा देकर अपनी शिक्षा पूरी कर सकेंगे।
किन छात्रों को मिलेगा लाभ?

HPU की कार्यकारी परिषद ने साफ किया है कि यह मौका उन छात्रों को दिया जाएगा, जो साल 2020-21 से 2025-26 के बीच किसी भी कारण से अंतिम परीक्षा पूरी नहीं कर पाए।
बीए, बीएससी, बीकॉम, शास्त्री जैसे सामान्य पाठ्यक्रमों के विद्यार्थी इसका लाभ ले सकते हैं।
अगर किसी छात्र की अध्ययन अवधि पूरी हो चुकी है, तो भी वह अतिरिक्त शुल्क के साथ इस अवसर का फायदा उठा सकता है।
JBT, D.El.Ed. और अन्य कोर्स में भी वे छात्र शामिल होंगे, जिनकी डिग्री बीच में रुक गई थी।
शुल्क और शर्तें
- आवेदन करने वाले छात्रों को निर्धारित शुल्क भरना होगा।
- अतिरिक्त अवधि पार करने वाले छात्रों को ज्यादा शुल्क देना होगा।
- सभी पुराने विषयों की परीक्षा दोबारा देनी होगी।
- यह मौका सिर्फ उन्हीं पाठ्यक्रमों और वर्षों के लिए है, जिनकी अधिसूचना विश्वविद्यालय ने जारी की है।
छात्रों की प्रतिक्रियाएँ
कई छात्रों ने इस निर्णय को राहत की सांस बताया।
शिमला की एक छात्रा ने कहा — “घर की आर्थिक स्थिति खराब थी, इसलिए परीक्षा नहीं दे पाई। अब HPU का यह कदम मेरे जैसे छात्रों के लिए वरदान है।”
कुछ छात्र जो स्वास्थ्य या पारिवारिक कारणों से पीछे रह गए थे, उन्होंने भी खुशी जताई और कहा कि अब उन्हें अपने सपनों को पूरा करने का मौका मिलेगा।
छात्र संगठनों ने भी विश्वविद्यालय के इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह फैसला न सिर्फ छात्रों की पढ़ाई को आगे बढ़ाएगा बल्कि उनके करियर को भी नई दिशा देगा।
क्या नया है इस बार?
HPU पहले भी कुछ अवसर दे चुका है, लेकिन यह फैसला ज़्यादा व्यापक है।
- इस बार ज़्यादा सत्रों के छात्रों को शामिल किया गया है।
- नियमों को लचीला बनाया गया है, ताकि ज़्यादा से ज़्यादा विद्यार्थियों को फायदा मिले।
- विश्वविद्यालय ने खास तौर पर वेबसाइट पर अधिसूचना जारी कर दी है, जिससे छात्रों को स्पष्ट जानकारी मिल सके।
आगे की प्रक्रिया
HPU की वेबसाइट पर Golden Chance / Third Chance के नाम से लिंक सक्रिय किया गया है।
छात्र 27 सितम्बर से 10 अक्तूबर 2025 तक आवेदन कर सकते हैं।
अंतिम तिथि के बाद आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
इसलिए छात्रों को सलाह दी गई है कि वे समय पर आवेदन करें और परीक्षा की तैयारी में जुट जाएं।
चुनौतियाँ
हालाँकि यह फैसला उम्मीद जगाने वाला है, लेकिन चुनौतियाँ भी हैं।
- कई छात्र पुराने सिलेबस से परिचित नहीं होंगे, जिससे उन्हें तैयारी में कठिनाई हो सकती है।
- शुल्क कुछ छात्रों के लिए आर्थिक बोझ साबित हो सकता है।
- विश्वविद्यालय को परीक्षा और मूल्यांकन प्रक्रिया सुचारू रखने की जिम्मेदारी निभानी होगी।
| बिंदु | विवरण |
|---|---|
| निर्णय | HPU ने अधूरी पढ़ाई वाले छात्रों को “Golden Chance” देने का ऐलान किया |
| लाभार्थी | 2020-21 से 2025-26 तक के वे छात्र, जिन्होंने अंतिम परीक्षा पूरी नहीं की |
| शर्तें | निर्धारित शुल्क जमा करना होगा, सभी बचे हुए विषयों की परीक्षा देनी होगी |
| आवेदन तिथि | 27 सितम्बर 2025 से 10 अक्तूबर 2025 तक ऑनलाइन आवेदन |
| महत्व | छात्रों को डिग्री पूरी करने और करियर आगे बढ़ाने का सुनहरा अवसर |
निष्कर्ष
HPU का यह फैसला उन हजारों छात्रों के लिए जीवन बदलने वाला हो सकता है, जिनकी पढ़ाई अधूरी रह गई थी। यह कदम दर्शाता है कि विश्वविद्यालय सिर्फ नियमों तक सीमित नहीं है, बल्कि छात्रों की वास्तविक समस्याओं को समझते हुए उन्हें दूसरा मौका भी देता है।
अगर छात्र इस अवसर का सही उपयोग करें, तो न सिर्फ उनकी डिग्री पूरी होगी बल्कि उनका भविष्य भी नए रास्ते पर आगे बढ़ेगा।




