2025 में Big change: बेटियों की अनदेखी करने पर पिता को नहीं मिलेगी संपत्ति, जानिए नया कानून क्या कहता है

Rashmi Kumari -

Published on: July 20, 2025

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Big change: आज की इस बदलती दुनिया में बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं हैं। वे पढ़ाई, नौकरी, खेल और व्यवसाय हर जगह सफलता के झंडे गाड़ रही हैं। लेकिन दुख की बात यह है कि आज भी कुछ परिवारों में बेटियों को नजरअंदाज किया जाता है, उन्हें उनका हक नहीं दिया जाता। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि साल 2025 से भारत में एक नया कानून लागू होने जा रहा है जो बेटियों के अधिकारों को मजबूती से सुरक्षित करेगा। यह कानून उन पिताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा जो अपनी बेटियों की देखरेख नहीं करते या उन्हें संपत्ति से वंचित रखते हैं।

नया कानून: बेटियों को मिलेगा समान अधिकार और सम्मान

2025 में Big change: बेटियों की अनदेखी करने पर पिता को नहीं मिलेगी संपत्ति, जानिए नया कानून क्या कहता है

भारत सरकार द्वारा जनवरी 2025 से लागू किया जा रहा यह कानून एक ऐतिहासिक कदम है। इसके तहत अगर कोई पिता अपनी बेटी की अनदेखी करता है, उसकी शिक्षा, स्वास्थ्य या भविष्य की चिंता नहीं करता, तो उसे अपनी संपत्ति से हाथ धोना पड़ सकता है। यानी जो बेटियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाएंगे, वे अपनी संपत्ति का उत्तराधिकार भी नहीं दे पाएंगे।

संपत्ति में बराबरी का हक अब कोई भेदभाव नहीं

यह कानून बेटियों को पिता की संपत्ति में बराबरी का हक देने वाला है। चाहे वह ग्रामीण क्षेत्र की हो या शहरी परिवार से हो, अब हर बेटी को अपने अधिकार के लिए लंबी लड़ाई नहीं लड़नी पड़ेगी। उसे कानूनी तौर पर सुरक्षा मिलेगी और समाज में उसका सम्मान बढ़ेगा। यह कदम ना केवल बेटियों के आत्मविश्वास को बढ़ाएगा, बल्कि परिवारों को भी जिम्मेदार बनाएगा।

शिक्षा और स्वास्थ्य बेटियों के लिए प्राथमिकता

नए कानून के तहत बेटियों को शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं में प्राथमिकता मिलेगी। सरकार विशेष योजनाएं शुरू करेगी, जिससे उन्हें बेहतर स्कूल, छात्रवृत्ति और मेडिकल सुविधाएं मिल सकें। यह सिर्फ एक कानून नहीं, बल्कि एक सामाजिक क्रांति है जो बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी।

समाज में बदलाव की शुरुआत बेटियों के साथ अब होगा न्याय

यह कानून सिर्फ कानूनी प्रक्रिया नहीं है, बल्कि समाज की सोच बदलने का माध्यम है। यह कानून परिवारों को याद दिलाएगा कि बेटियां बोझ नहीं, बल्कि भविष्य की नींव हैं। अब जो माता-पिता बेटियों को नजरअंदाज करते थे, उन्हें भी यह समझ में आएगा कि बेटियों की अनदेखी उन्हें भारी पड़ सकती है।

सरकार की पहल बेटियों के लिए खास योजनाएं

सरकार इस कानून के साथ-साथ बेटियों के लिए विशेष योजनाएं भी शुरू करेगी। जिसमें उन्हें स्कॉलरशिप, मेडिकल सहायता, स्वरोजगार की सुविधा और विवाह के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी। सरकार चाहती है कि कोई भी बेटी सिर्फ इसलिए पीछे न रह जाए क्योंकि उसका जन्म एक लड़की के रूप में हुआ।

चुनौतियों के बावजूद समाज को बदलना जरूरी

हर नए कानून के साथ कुछ चुनौतियाँ आती हैं, और यह कानून भी उससे अछूता नहीं है। सामाजिक रुकावटें, परंपराएं और कानूनी प्रक्रियाएं शुरू में मुश्किलें पैदा कर सकती हैं, लेकिन जब पूरा समाज बेटियों के पक्ष में खड़ा होगा, तब यह बदलाव स्थायी होगा।

बेटियों के लिए जागरूकता और भागीदारी जरूरी

2025 में Big change: बेटियों की अनदेखी करने पर पिता को नहीं मिलेगी संपत्ति, जानिए नया कानून क्या कहता है

इस कानून को सफल बनाने के लिए सिर्फ सरकार नहीं, समाज के हर व्यक्ति की भागीदारी जरूरी है। सामाजिक संगठनों, मीडिया और शिक्षा संस्थानों को मिलकर यह संदेश देना होगा कि बेटियां सम्मान के लायक हैं, और उन्हें हर हक मिलना चाहिए।

2025 में लागू हो रहा यह नया कानून भारत के सामाजिक ढांचे में बड़ा बदलाव लाने वाला है। यह कानून केवल बेटियों के अधिकारों की रक्षा नहीं करेगा, बल्कि यह उन पिताओं को भी चेतावनी देगा जो अपनी बेटियों की अनदेखी करते हैं। यह समय है जब बेटियां अपने हक के लिए आवाज उठाएं और समाज उन्हें वह सम्मान दे जिसकी वे हकदार हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख सूचना आधारित है और इसमें दी गई जानकारी कानूनों में संभावित बदलावों पर आधारित है। पाठकों से निवेदन है कि किसी भी कानूनी निर्णय से पहले संबंधित सरकारी वेबसाइट या विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।

Rashmi Kumari

मेरा नाम Rashmi Kumari है , में एक अनुभवी कंटेंट क्रिएटर हूं और पिछले कुछ वर्षों से इस क्षेत्र में काम कर रही हूं। फिलहाल, मैं The News Bullet पर तकनीकी, स्वास्थ्य, यात्रा, शिक्षा और ऑटोमोबाइल्स जैसे विषयों पर आर्टिकल लिख रही हूं। मेरा उद्देश्य हमेशा जानकारी को सरल और आकर्षक तरीके से प्रस्तुत करना है, ताकि पाठक उसे आसानी से समझ सकें और उसका लाभ उठा सकें।

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