MCC नई दिल्ली — मेडिकल पोस्टग्रेजुएट की तैयारी कर रहे हजारों छात्रों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। NEET PG 2025 की काउंसलिंग प्रक्रिया के दूसरे राउंड में Medical Counselling Committee (mcc) ने 135 अतिरिक्त सीटें जोड़ने का फैसला किया है। इस फैसले से उन छात्रों को बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है, जो पहले राउंड में सीट हासिल नहीं कर पाए थे या बेहतर कॉलेज की उम्मीद में अपग्रेड का इंतजार कर रहे थे।
राउंड-2 में क्यों जोड़ी गईं अतिरिक्त सीटें?

हर साल NEET PG काउंसलिंग के दौरान यह देखने को मिलता है कि पहले राउंड के बाद कई सीटें खाली रह जाती हैं। कुछ उम्मीदवार सीट अलॉट होने के बावजूद जॉइन नहीं करते, जबकि कुछ राज्य या संस्थान अतिरिक्त सीटें उपलब्ध कराते हैं।
इस बार mcc ने समय रहते इन खाली और नई उपलब्ध सीटों को राउंड-2 में शामिल करने का निर्णय लिया, ताकि ज्यादा से ज्यादा योग्य उम्मीदवारों को अवसर मिल सके।
पश्चिम बंगाल को मिला सबसे बड़ा लाभ
इस फैसले का सबसे अधिक फायदा पश्चिम बंगाल को मिला है, जहां सबसे ज्यादा अतिरिक्त सीटें जोड़ी गई हैं। इससे राज्य के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले की संभावनाएं और मजबूत हो गई हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इससे:
- राज्य के छात्रों को अपने ही क्षेत्र में बेहतर विकल्प मिलेंगे
- अन्य राज्यों के उम्मीदवारों के लिए भी अवसर बढ़ेंगे
- प्रतिस्पर्धा संतुलित होगी
यह कदम मेडिकल शिक्षा में क्षेत्रीय असंतुलन को कम करने की दिशा में भी अहम माना जा रहा है।
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छात्रों की प्रतिक्रिया
NEET PG की तैयारी कर रहे छात्रों के बीच यह खबर तेजी से फैल गई है। कई उम्मीदवारों ने राहत की सांस ली है।
एक छात्र ने कहा, “पहले राउंड के बाद उम्मीद कम लग रही थी, लेकिन अब राउंड-2 में नई सीटें जुड़ने से एक और मौका मिल गया है।”
वहीं एक अन्य उम्मीदवार का कहना है कि mcc का यह फैसला काउंसलिंग प्रक्रिया को ज्यादा पारदर्शी और व्यावहारिक बनाता है।
किन विषयों में बढ़ीं सीटें?
हालांकि सभी विषयों का विस्तृत ब्योरा आधिकारिक पोर्टल पर जारी किया गया है, लेकिन सामान्य तौर पर:
- क्लिनिकल ब्रांच
- कुछ नॉन-क्लिनिकल स्पेशलिटी
- राज्य कोटे से जुड़ी सीटें
इन क्षेत्रों में वृद्धि देखने को मिली है। इससे अलग-अलग रैंक रेंज के छात्रों को लाभ मिल सकता है।
MCC की भूमिका पर फिर भरोसा
Medical Counselling Committee पर अक्सर समय-सीमा और पारदर्शिता को लेकर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन इस फैसले से यह साफ होता है कि mcc छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए लचीला रवैया अपना रहा है।
शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इसी तरह काउंसलिंग के हर चरण में वास्तविक स्थिति के अनुसार फैसले लिए जाएं, तो कई छात्रों का भविष्य बेहतर दिशा में जा सकता है।
NEET PG 2025 काउंसलिंग का आगे का रास्ता
राउंड-2 के बाद:
- सीट स्वीकार करने या अपग्रेड का विकल्प
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन
- और बाद में मॉप-अप राउंड
जैसे चरण बाकी रहेंगे। ऐसे में छात्रों को सलाह दी जा रही है कि वे किसी भी अपडेट को हल्के में न लें और आधिकारिक सूचनाओं पर नियमित नजर रखें।
अब छात्रों को क्या करना चाहिए?
mcc ने उम्मीदवारों को सलाह दी है कि वे:
- राउंड-2 की नई सीट मैट्रिक्स ध्यान से देखें
- अपनी चॉइस फिलिंग रणनीति दोबारा जांचें
- कॉलेज और ब्रांच का चयन सोच-समझकर करें
विशेषज्ञ मानते हैं कि राउंड-2 अक्सर निर्णायक साबित होता है, क्योंकि इसमें अपग्रेडेशन और फ्रेश अलॉटमेंट दोनों के मौके होते हैं।
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निष्कर्ष
NEET PG 2025 की काउंसलिंग में mcc द्वारा 135 अतिरिक्त सीटें जोड़ना छात्रों के लिए एक अहम और सकारात्मक कदम है। खासतौर पर पश्चिम बंगाल में सीटों की बढ़ोतरी से हजारों उम्मीदवारों को नया मौका मिल सकता है।
यह फैसला न केवल प्रतिस्पर्धा को संतुलित करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि काउंसलिंग प्रक्रिया को ज़्यादा छात्र-हितैषी बनाने की कोशिश जारी है। अब गेंद छात्रों के पाले में है — सही रणनीति और समय पर फैसले उन्हें उनके सपनों की सीट तक पहुंचा सकते हैं।




