scorecard: केरल TET की तैयारी में जुटे हजारों उम्मीदवारों के लिए सोमवार सुबह एक बड़ी खबर आई। केरल सरकारी परीक्षा प्राधिकरण (KGEB) ने आखिरकार KTET May–June 2025 सत्र का परिणाम जारी कर दिया है। परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी अब सीधे आधिकारिक वेबसाइट से अपना scorecard डाउनलोड कर सकते हैं। रिज़ल्ट सामने आते ही सोशल मीडिया पर भी हलचल दिखी—किसी ने राहत की साँस ली, तो कोई दोबारा योजना बनाने में जुट गया।
कहाँ से और कैसे डाउनलोड करें अपना Scorecard
कई छात्रों को रिज़ल्ट निकलते ही एक ही सवाल रहता है—“कहाँ क्लिक करें?” इस बार प्रक्रिया काफी आसान रखी गई है:
- ब्राउज़र में जाकर वेबसाइट खोलें — ktet.kerala.gov.in
- होमपेज पर “Results / Scorecard 2025” वाला लिंक दिखेगा
- रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्म-तिथि भरें
- कैटेगरी (I, II, III या IV) चुनकर ‘Submit’ दबाएँ
- स्क्रीन पर आपका स्कोरकार्ड खुल जाएगा — इसे डाउनलोड कर सुरक्षित रखें
सर्वर पर सुबह-सुबह थोड़ा लोड था, मगर कुछ समय बाद प्रक्रिया बिल्कुल स्मूथ चली।

क्यों अहम है यह Scorecard
KTET सिर्फ एक परीक्षा नहीं है—यह केरल में शिक्षक बनने की पहली और ज़रूरी सीढ़ी है।
यही स्कोरकार्ड आगे भर्ती, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और आवेदन प्रक्रिया का मूल आधार बनता है।
जो अभ्यर्थी इस परीक्षा में क्वालिफाई करते हैं, उन्हें इन पदों के लिए पात्रता मिलती है:
- Lower Primary Teacher
- Upper Primary Teacher
- High School Teacher
- भाषा एवं विशेष शिक्षक
यानी यह परिणाम कई छात्रों के कैरियर के लिए निर्णायक मोड़ साबित होता है।
कट-ऑफ और मार्क्स को कैसे समझें
KTET में पास होने के लिए तय न्यूनतम अंक इस प्रकार हैं:
- General/OBC: 60% (कुल 90/150)
- SC/ST: 55% (82/150)
स्कोरकार्ड में विषयवार अंक साफ-साफ लिखे होते हैं। जिन छात्रों ने अच्छा प्रदर्शन किया, उनके लिए अब मुख्य चुनौती आगे भर्ती की प्रक्रिया में दस्तावेज़ ठीक रखना है।
अगर पास कर लिया—तो अब आगे क्या?
- KTET का प्रमाणपत्र डाउनलोड करें और सुरक्षित फ़ोल्डर में रखें
- अपने ज़िले की भर्ती संबंधी सूचनाओं पर नज़र बनाए रखें
- सभी जरूरी दस्तावेज़ तैयार रखें (TC, ID, शैक्षणिक प्रमाणपत्र)
कई अध्यापक उम्मीदवारों के लिए यह साल का सबसे बड़ा कदम है, और पास होते ही जैसे कंधों से एक बड़ा बोझ उतर जाता है।
अगर इस बार पास नहीं हुए—तो चिंता न करें
हर परीक्षा सफलता ही दे, यह ज़रूरी नहीं।
दरअसल KTET उन परीक्षाओं में से है जिसमें छात्रों को कई मौकों का विकल्प मिलता है।
अगर इस बार कम अंक आए हैं, तो:
- अपने पेपर की कमजोरी पहचानें
- मैथ्स, पैडागॉजी या भाषा—जो भी कठिन लगा, उसी पर ध्यान दें
- पुराने पेपर हल करें
- अगली KTET सत्र के लिए नए सिरे से तैयारी शुरू करें
अक्सर दूसरे या तीसरे प्रयास में बेहतरीन परिणाम देखने को मिले हैं।
जमीनी स्तर पर छात्रों की प्रतिक्रिया
रिज़ल्ट निकलने के बाद कई छात्रों ने खुशी जाहिर की।
एक अभ्यर्थी ने कहा—“बहुत दिनों से इंतज़ार था। जैसे ही scorecard खुला, लगा मेहनत बेकार नहीं गई।”
वहीं कुछ छात्रों ने स्कोर से असंतुष्टि जताई, मगर अधिकतर ने अगली बार बेहतर तैयारी का भरोसा जताया।
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निष्कर्ष
KTET May–June 2025 का रिज़ल्ट उन हजारों उम्मीदवारों के लिए नई शुरुआत है जो शिक्षक बनने का सपना देखते हैं।
कई छात्रों के लिए यह सफलता का पहला पायदान है, तो कुछ के लिए यह बेहतर तैयारी की प्रेरणा।
अंत में बात बस इतनी-सी है—
जो पास हुए, वे आगे बढ़ें… और जो चूक गए, वे रुकें नहीं।
क्योंकि शिक्षक बनने की राह मेहनत, धैर्य और लगातार कोशिश से ही बनती है।




