Air quality index: GRAP-III हटने के बाद भी दिल्ली की हवा जहरीली — AQI ‘बहुत खराब’ बनाए हुए

Meenakshi Arya -

Published on: November 27, 2025

Air quality index: नई दिल्ली — राजधानी दिल्ली में कल एक बदलाव हुआ — Commission for Air Quality Management (CAQM) ने अपने “Graded Response Action Plan (GRAP)” के स्टेज–III प्रतिबंध हटा दिए। इसका मतलब था कि निर्माण-काम शुरू हो सकते हैं, पुराने वाहनों की आवाजाही वापस हो सकती है, और स्कूली-कॉलेज-दफ़्तर अपनी सामान्य दिनचर्या लौट सकते हैं। पर सवाल यही है — क्या वायु की हालत सुधरी है? जवाब है — नहीं। राजधानी की हवा अभी भी जहरीली बनी हुई है।

हालिया सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में जब GRAP-III हटाया गया, उसी दिन शहर का 24 घंटे औसत Air Quality Index (AQI) करीब 327 दर्ज हुआ — यानी “बहुत खराब” श्रेणी में।

हवा की सच्ची तस्वीर: सुधार नहीं, सिर्फ प्रतीकात्मक राहत

Air quality index: याद रखिए — GRAP-III हटने का फैसला सिर्फ इसलिए लिया गया था क्योंकि AQI में थोड़ी गिरावट देखी गई थी। लेकिन वो गिरावट इतनी मामूली रही कि सुबह-शाम हवा का मजाक बदल जाता है। राजधानी के कई हिस्सों में AQI 330–350 के बीच रहा; कुछ इलाकों में यह 400 के पार गया — मतलब “बहुत खराब” से “गंभीर” तक। धुंध, स्मॉग और सांस लेने में दिक्कत — ये हालात फिर लौट आए।

कुछ नागरिकों को ऐसा लगा कि पाबंदियाँ हटी हैं, तो हालत सुधर गई होगी। लेकिन उन्होंने देखा कि बाहर निकलते ही देखने, साँस लेने पर वही जलन, गले में खराश, आंखों में जलन — सब पहले जैसे ही थे।

नियम हटाए, लेकिन प्रदूषण नहीं — विशेषज्ञों की चिंता

Air quality index: कई विशेषज्ञों का कहना है कि यह फैसला जल्दबाज़ी जैसा था। हवा में प्रदूषक अभी कम नहीं हुए — और मौसम ने भी साथ नहीं दिया। हवा की दिशा, तापमान, औद्योगिक गतिविधियाँ — ये सब मिलकर हवा को और जहरीला बनाए रखते हैं।

उनकी सलाह है — जब तक हवा में सुधार साफ न दिखे, सामान्य जीवन की ओर लौटना समझदारी नहीं। मास्क पहनना जारी रखें, जरूरी काम हो तो ही बाहर निकलें, और बच्चों-बुज़ुर्गों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें।

आम आदमी को क्या करना चाहिए — सुरक्षा ही प्राथमिकता

दफ्तर, काम, स्कूल — सब लौट आए हैं, लेकिन हवा अभी दुरुस्त नहीं है। इस वक्त जरूरी है कि हम अपनी आदतें बदलें:

  • बाहर निकलें तो मास्क लगाएँ — N95 जैसे मजबूत मास्क बेहतर रहेंगे।
  • ज़रूरत न हो तो सुबह-शाम बाहर न निकलें — स्मॉग व प्रदूषण ज़्यादा होता है।
  • घर में एयर प्यूरिफायर अगर हो — उसका इस्तेमाल करें।
  • बच्चों, बुज़ुर्गों और बीमार लोगों को विशेष सतर्कता रखें — उनकी सेहत सबसे महत्वपूर्ण है।

छोटी-छोटी सावधानी से हम अपने लिए व अपने परिवार के लिए सबसे बेहतर बचाव कर सकते हैं।

आगे का रास्ता — सुधार या फिर फिर से धुएँ में घिरना?

Air quality index: फिलहाल हवा की हालत साफ नहीं है। अगले कुछ दिनों में मौसम, हवाओं की दिशा और प्रदूषण स्रोतों — इन सब पर निर्भर करेगा कि दिल्ली फिर जहरीली होगी या थोड़ा राहत मिलेगी।

अगर हवा शांत रही, प्रदूषण फैलने वाले स्रोत नियंत्रित रहे — तो वायु सुधार सकता है। लेकिन ऐसा न हुआ, तो GRAP-III जैसी पाबंदियों का लौटना अनिवार्य हो जाएगा।

इसलिए आज ज़रूरी है कि हम नीतियों पर भरोसा रखें, लेकिन अपनी सुरक्षा खुद करें। मास्क, सतर्कता और थोड़ा धैर्य — ये तीनों ही फिल्टर साबित हो सकते हैं, जब तक हवा खुद साफ़ नहीं होती।

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Air quality index निष्कर्ष

दिल्ली में air quality index अभी भी चिंता का विषय बना हुआ है। GRAP-III प्रतिबंध हटाए जाने के बावजूद हवा में सुधार दिखाई नहीं देता, बल्कि स्थिति अब भी “बहुत खराब” श्रेणी में दर्ज की जा रही है। बदलते मौसम, धीमी हवा और प्रदूषण स्रोतों पर अपर्याप्त नियंत्रण — ये तीन कारण मिलकर राजधानी की साँसों को भारी बना रहे हैं।

ऐसे माहौल में केवल प्रशासनिक निर्णयों पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं है। नागरिकों को भी खुद संभलना होगा — मास्क पहनना, समय-सीमा में बाहर निकलना, घर के अंदर स्वच्छ हवा बनाए रखना और संवेदनशील लोगों की देखभाल करना अत्यंत जरूरी है।

Meenakshi Arya

मेरा नाम मीनाक्षी आर्या है। मैं एक अनुभवी कंटेंट क्रिएटर हूं और पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र में सक्रिय हूं। वर्तमान में मैं The News Bullet के लिए टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य, यात्रा, शिक्षा और ऑटोमोबाइल्स जैसे विविध विषयों पर लेख लिख रही हूं।

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