बांगलादेश बनाम आयरलैंड: ढाका के शेर-ए-बांगला स्टेडियम में बुधवार को ऐसा नज़ारा देखने को मिला जिसने हर क्रिकेट प्रेमी को गर्व से भर दिया। बांगलादेश के भरोसेमंद बल्लेबाज़ मुश्फिकुर रहीम ने अपने करियर के 100वें टेस्ट को एक अविश्वसनीय उपलब्धि में बदल डाला। बांगलादेश बनाम आयरलैंड की इस टेस्ट श्रृंखला में रहीम ने वह किया जो दुनिया के सिर्फ चुनिंदा क्रिकेटर ही कर पाए हैं — अपने 100वें टेस्ट में शतक जमाना।
99 पर रुकी रात, सुबह पूरा हुआ सपना*
बांगलादेश बनाम आयरलैंड: पहले दिन के आख़िरी सत्र में जब रहीम 99 रन पर नाबाद लौटे, तो स्टेडियम में मौजूद दर्शक और टीवी पर मैच देखने वाले लाखों फैंस इस उम्मीद में थे कि सुबह होते ही इतिहास लिखा जाएगा। अगले दिन जैसे ही वह मैदान पर उतरे, हर कोई सांस रोककर उनकी अगली गेंद का इंतज़ार कर रहा था।
सुबह की पहली कुछ गेंदें उन्होंने शांति से खेलीं और फिर जॉर्डन नील की एक गेंद पर नरम, खूबसूरत स्ट्रोक के साथ एक रन लेते ही पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज उठा। रहीम ने तुरंत हेलमेट उतारकर आसमान की ओर हाथ फैलाए और फिर घुटनों पर बैठकर शुक्राना अदा किया। वह पल किसी फ़िल्मी दृश्य से कम नहीं

भावनाओं से भरा जश्न
बांगलादेश बनाम आयरलैंड: शतक पूरा होते ही उनके चेहरे पर जो सुकून और गर्व दिखा, उसने हर दर्शक का दिल जीत लिया। ये सिर्फ रन नहीं थे — ये 20 साल की मेहनत, संघर्ष, उतार-चढ़ाव और बांगलादेश क्रिकेट को खड़ा करने की उनकी साहसिक यात्रा का फल था।
रहीम को लंबे समय से देश के सबसे समर्पित खिलाड़ियों में गिना जाता रहा है, और इस शतक ने उनकी छवि को और मजबूत कर दिया।
दुर्लभ क्लब में शामिल हुए रहीम
इस उपलब्धि के साथ मुश्फिकुर रहीम दुनिया के उन चुनिंदा क्रिकेटरों में शामिल हो गए हैं जिन्होंने 100वें टेस्ट में शतक लगाया है। रिकॉर्ड्स में विरले नाम ही इस सूची में मिलते हैं — जैसे रिकी पोंटिंग, जावेद मियांदाद और जो रूट। अब इसमें एक और गर्व भरा नाम जुड़ गया है — बांगलादेश का मुश्फिकुर।
यह उनका करियर का 13वां टेस्ट शतक भी है, और इसके साथ वह देश में सबसे ज़्यादा टेस्ट शतक लगाने वाले अनुभवी खिलाड़ियों के बराबर आ गए हैं।
मैच का मोड़ — बांगलादेश की पकड़ मजबूत
मैच के लिहाज से देखें तो बांगलादेश बनाम आयरलैंड मुकाबले के पहले innings में रहीम ने टीम की रीढ़ बनकर बल्लेबाज़ी की। उनकी 200 से ज्यादा गेंदों की धैर्य भरी पारी ने टीम को मुश्किल समय में संभाला।
लिटन दास के साथ उनकी साझेदारी ने टीम को सुरक्षित स्थिति में पहुंचाया। दोनों बल्लेबाजों ने आयरलैंड के गेंदबाज़ों के खिलाफ तकनीक और संयम का बेहतरीन नमूना पेश किया।
रहीम जब 106 रन बनाकर आउट हुए, तो पूरा स्टेडियम खड़े होकर उनका अभिनंदन कर रहा था। मैदान से लौटते समय उनके चेहरे पर कोई घमंड नहीं, बल्कि गहरा संतोष था — जैसे किसी मिशन को पूरा करने का सुख।
टीम के लिए अनमोल योगदान
रहीम सिर्फ बड़े शॉट्स या तेज़ रन बनाने वाले खिलाड़ी नहीं हैं — वह उन क्रिकेटरों में से हैं जो परिस्थिति को पढ़ते हैं, टीम को मुश्किल वक्त में दिशा देते हैं और युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनते हैं।
इस शतक ने बांगलादेश को न सिर्फ स्कोरबोर्ड पर बढ़त दिलाई, बल्कि dressing room में एक अलग ही ऊर्जा भर दी। उनका यह प्रदर्शन टीम के मनोबल को और ऊपर ले गया है।
| क्रमांक | खिलाड़ी | उपलब्धि | मैच | विशेष टिप्पणी |
|---|---|---|---|---|
| 1 | मुश्फिकुर रहीम | 100वें टेस्ट में शतक | बांगलादेश बनाम आयरलैंड | ऐतिहासिक उपलब्धि |
| 2 | लिटन दास | शतक | पहला innings | टीम को मजबूत स्थिति दी |
| 3 | बांगलादेश टीम | 290+ का स्कोर | पहला दिन | स्थिर शुरुआत |
| 4 | आयरलैंड गेंदबाज़ | शुरुआती सफलता | पहला सत्र | लेकिन बाद में दबाव नहीं बना सके |
| 5 | दर्शक | भावुक पल | रहीम का शतक | स्टेडियम में जोरदार तालियां |
निष्कर्ष — एक ऐसी पारी जो इतिहास में हमेशा चमकेगी
बांगलादेश बनाम आयरलैंड की यह टेस्ट मैच श्रृंखला चाहे किसी भी दिशा में जाए, लेकिन यह शतक क्रिकेट की कहानियों में हमेशा सुनाया जाएगा।
मुश्फिकुर रहीम ने अपने 100वें टेस्ट को एक यादगार पर्व में बदल दिया — एक ऐसा पल जिसे आने वाली पीढ़ियाँ भी गर्व से याद करेंगी।




