सोने चांदी भाव नई दिल्ली, अक्टूबर 2025 — इस साल बाजार में सोना और चांदी दोनों ने जो तूफान मचाया है, उसने आम निवेशकों से लेकर बड़े ट्रेडर्स तक सबको चौंका दिया है। सोने चांदी भाव लगातार नई ऊँचाइयों को छू रहे हैं। हर दिन बाजार खुलते ही नई कीमतें सामने आ रही हैं, और लोग सोच में पड़ गए हैं — क्या अब भी निवेश किया जाए या देर हो चुकी है?
सोने में ऐतिहासिक तेजी, चांदी ने भी दिखाया दम

सोने चांदी भाव: देश के प्रमुख बुलियन मार्केट्स में इस हफ्ते 10 ग्राम सोने का दाम ₹1,20,900 तक जा पहुंचा — यह अब तक का सबसे ऊँचा स्तर है। वहीं चांदी भी पीछे नहीं रही, जिसकी कीमत ₹1,44,800 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई।
ज्वेलरी दुकानों से लेकर ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म्स तक, हर जगह खरीददारी का माहौल बना हुआ है।
दिल्ली के करोलबाग स्थित एक ज्वेलर ने बताया, “लोग अब सिर्फ गहनों के लिए नहीं, बल्कि निवेश के लिए सोना खरीद रहे हैं। हर बार जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में हलचल होती है, तो यहां भी दाम ऊपर जाते हैं।”
Also Read: Gold and Silver में जबरदस्त उछाल, अमेरिका की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से बढ़ी चमक
अंतरराष्ट्रीय कारक जो सोने चांदी भाव को ऊपर खींच रहे हैं
इस बढ़त की वजह सिर्फ घरेलू मांग नहीं है, बल्कि कई वैश्विक कारण भी हैं:
- अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कमी की उम्मीदें — निवेशक डॉलर से निकलकर सुरक्षित संपत्तियों जैसे सोने की ओर रुख कर रहे हैं।
- जियोपॉलिटिकल तनाव — रूस-यूक्रेन और मध्यपूर्व की अस्थिरता ने निवेशकों को सेफ हेवन की तलाश में सोने की ओर धकेला है।
- केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद — चीन, तुर्की और भारत जैसे देशों के सेंट्रल बैंक भारी मात्रा में गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं।
- डॉलर की कमजोरी — डॉलर इंडेक्स गिरने से अन्य मुद्राओं में सोना महंगा हुआ है।
🇮🇳 भारत में निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी
सोने चांदी भाव: भारत हमेशा से सोने का सबसे बड़ा उपभोक्ता रहा है, लेकिन अब निवेशकों की सोच बदली है। पहले जहां लोग शादी या त्योहारों पर गहने खरीदते थे, अब म्यूचुअल फंड्स और गोल्ड ETFs में निवेश बढ़ा है।
वहीं चांदी को लेकर भी निवेशकों में उत्साह देखा जा रहा है, खासकर इंडस्ट्रियल यूज और सोलर एनर्जी सेक्टर में इसके बढ़ते इस्तेमाल की वजह से।
मुंबई के निवेश सलाहकार निखिल जोशी कहते हैं — “जो लोग दीर्घकालिक निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए यह समय आकर्षक है। लेकिन जो लोग शॉर्ट टर्म में मुनाफा कमाना चाहते हैं, उन्हें थोड़ा संभलकर कदम रखना चाहिए।”
जोखिम भी कम नहीं
हालांकि “सोने चांदी भाव” में यह तेजी उत्साहजनक है, लेकिन बाजार विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि आगे कुछ महीनों में करेक्शन देखने को मिल सकता है।
- अगर अमेरिकी ब्याज दरें दोबारा बढ़ीं तो सोने की मांग घट सकती है।
- डॉलर मजबूत हुआ तो सोने की कीमतों में गिरावट संभव है।
- और अगर कच्चे तेल के दाम में तेजी आई, तो महंगाई बढ़ेगी, जिससे लोगों की खरीद क्षमता प्रभावित हो सकती है।
निवेश से पहले क्या करें?
अगर आप निवेश की सोच रहे हैं, तो विशेषज्ञ सलाह देते हैं —
- एक साथ बड़ी रकम लगाने के बजाय धीरे-धीरे खरीदें।
- ETF या डिजिटल गोल्ड के जरिए शुरुआत करें।
- 10–15% से ज़्यादा पोर्टफोलियो सोने में न रखें।
- चांदी में लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करें, क्योंकि इंडस्ट्रियल डिमांड बढ़ रही है
| धातु | वर्तमान भाव (₹) | पिछले महीने का भाव (₹) | वृद्धि (%) | संभावित रुझान |
|---|---|---|---|---|
| सोना (10 ग्राम) | 1,20,900 | 1,08,200 | +11.7% | स्थिर से सकारात्मक |
| चांदी (1 किलो) | 1,44,800 | 1,30,100 | +11.3% | अस्थिर लेकिन बढ़त वाला |
| डॉलर इंडेक्स | 101.2 | 104.7 | -3.3% | कमजोर रुझान |
| कच्चा तेल (प्रति बैरल) | 86.5 | 89.2 | -3.0% | दबाव में |
| भारत में गोल्ड ETF निवेश | 9,800 करोड़ | 8,200 करोड़ | +19.5% | तेजी जारी |
Also Read: Gold and Silver के दाम में गिरावट डॉलर की मजबूती ने किया असर
निष्कर्ष
“सोने चांदी भाव” का यह उछाल सिर्फ बाज़ार की चाल नहीं, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की नब्ज़ का संकेत है। निवेशकों के लिए यह समय सुनहरा अवसर तो है, लेकिन सावधानी की भी उतनी ही ज़रूरत है।
सोना और चांदी दोनों ने दिखा दिया है कि चाहे दुनिया कितनी भी अस्थिर क्यों न हो, ये धातुएँ हमेशा भरोसे का प्रतीक रहेंगी।
“सोने चांदी भाव” ने इस वर्ष नई ऊँचाइयाँ छुई हैं, और यह सिर्फ एक बुलबुला नहीं बल्कि बाजार के भरोसे की अभिव्यक्ति है। निवेशकों ने देखा कि अस्थिर समय में यह धातुएँ अपना सिक्योरिटी रोल निभाती हैं।




