Balen Shah: काठमांडू, 11 सितंबर 2025 — नेपाल की राजनीति एक बड़े बदलाव के दौर से गुज़र रही है। हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों और सरकार के इस्तीफ़े के बाद देश में अंतरिम प्रधानमंत्री की खोज शुरू हो गई है। इस बीच, काठमांडू के महापौर और लोकप्रिय युवा नेता Balen Shah का नाम चर्चा में छा गया है।

एक अलग पहचान वाला नेता
- पेशे से इंजीनियर और रैपर रह चुके Balen Shah ने 2022 में काठमांडू महापौर का चुनाव स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में जीता था। और साथ ही उनका नाम रैप गीतों के ज़रिए भ्रष्टाचार, असमानता के खिलाफ़ आवाज़ उठाने वालों में रहा है।
- उन्होंने शहर में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए और साफ़-सफाई, अवैध निर्माणों पर रोक तथा पारदर्शिता जैसे मुद्दों को प्राथमिकता दी।
- युवा पीढ़ी उन्हें “ईमानदारी और बदलाव” का प्रतीक मानती है।
उनका सफ़र बताता है कि राजनीति में बिना किसी पुराने दल के सहारे भी जनता का विश्वास जीता जा सकता है।
मौजूदा हालात और Balen Shah की अहमियत
नेपाल में हाल के हफ़्तों में जबरदस्त आंदोलन हुए। सोशल मीडिया पर रोक, बेरोज़गारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर Gen-Z युवाओं ने सड़कों पर उतर कर विरोध किया।
- इन प्रदर्शनों में 19 से अधिक लोगों की मौत हुई और सैकड़ों घायल हुए।
- दबाव बढ़ने पर सरकार को इस्तीफ़ा देना पड़ा और अब अंतरिम सरकार की तैयारी की जा रही है।
ऐसे माहौल में जनता की निगाहें Balen Shah पर हैं, जिन्हें युवा वर्ग एक “नए नेपाल” का चेहरा मान रहा है।
क्या आसानी से प्रधानमंत्री बन सकते हैं?
हालांकि लोकप्रियता के बावजूद, यह रास्ता इतना आसान नहीं है।
- नेपाल का संविधान और संसद की प्रक्रियाएँ तय करेंगी कि अंतरिम प्रधानमंत्री कौन होगा।
- कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि स्वतंत्र महापौर होने के बावजूद, Balen Shah के सामने राजनीतिक दलों का विरोध और कानूनी बाधाएँ बड़ी चुनौती होंगी।
- साथ ही, उन्हें अनुभवहीन माना जाता है क्योंकि राष्ट्रीय स्तर पर शासन का उनका कोई ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है।
इसी पृष्ठभूमि में Balen Shah का नाम जनता में इस बात को लेकर उछला कि वे interim प्रधानमंत्री बन सकते हैं। उन्होंने protesters में यह लोकप्रियता हासिल की कि लोग उन्हें “युवा आवाज़”, “प्रत्याशाओं का प्रतीक” समझने लगे हैं।
जनता की उम्मीदें और Balen Shah का संदेश
Balen Shah ने हाल ही में युवाओं से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और देश में स्थिरता को प्राथमिकता दें।
- उनका कहना है कि अंतरिम सरकार का उद्देश्य सिर्फ़ चुनाव तक देश को संभालना होगा।
- वे मानते हैं कि असली बदलाव पारदर्शी चुनाव और ईमानदार नेतृत्व से ही संभव है।
इस अपील ने कई लोगों को प्रभावित किया है क्योंकि वे नेताओं की तरह सिर्फ़ वादे नहीं करते, बल्कि ज़मीनी मुद्दों पर भी बोलते हैं।
निष्कर्ष
नेपाल एक ऐतिहासिक मोड़ पर खड़ा है। जनता अब वही पुराने नेता नहीं चाहती जो सिर्फ़ सत्ता में बने रहने के लिए राजनीति करें। आज की आवाज़ साफ़ है — “नया नेतृत्व, नई सोच और ईमानदार राजनीति।”
Balen Shah के नाम में वही भरोसा झलकता है। वे सिर्फ़ एक महापौर या रैपर नहीं हैं, बल्कि उन युवाओं के लिए उम्मीद की किरण हैं जिन्होंने सड़कों पर बदलाव की मांग उठाई।
लेकिन लोकप्रियता और जिम्मेदारी में बड़ा फ़र्क होता है। प्रधानमंत्री बनना सिर्फ़ तालियों और नारों से संभव नहीं; इसके लिए संविधान की कसौटी, राजनीतिक अनुभव और व्यापक समर्थन की आवश्यकता होगी।
फिर भी, अगर देश की राजनीति ने उन्हे मौका दिया, तो संभव है कि Balen Shah नेपाल के भविष्य को एक नए रास्ते पर ले जाएं। और अगर यह मौका नहीं मिला, तब भी वे उस बदलाव की आग बने रहेंगे, जिसे बुझाना अब नामुमकिन है।
यानी, नेपाल की कहानी अभी अधूरी है — लेकिन युवाओं की नज़र में Balen Shah इसका सबसे चमकता हुआ अध्याय हैं।