ITC: शेयर बाजार की दुनिया हमेशा उतार-चढ़ाव से भरी रहती है। कई बार ऐसा होता है कि किसी नकारात्मक खबर के बाद भी शेयरों में तेजी देखी जाती है। हाल ही में ऐसा ही हुआ जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की कि अब सिगरेट समेत तमाम तंबाकू उत्पादों पर 40% GST लागू किया जाएगा। सामान्य तौर पर ऐसी खबर से निवेशकों को झटका लगना चाहिए था, लेकिन उल्टा हुआ। ITC, Godfrey Phillips और VST Industries जैसे प्रमुख तंबाकू कंपनियों के शेयरों में उछाल देखने को मिला।
क्यों बढ़े शेयर जब टैक्स भी बढ़ा

पहली नजर में लगता है कि टैक्स बढ़ने से कंपनियों के मुनाफे पर सीधा असर पड़ेगा, लेकिन असल तस्वीर अलग है। अभी तक तंबाकू उत्पादों पर 28% GST के साथ-साथ सेस भी लगाया जाता था। इससे कुल टैक्स भार उत्पाद की एमआरपी का लगभग 50-55% हो जाता था। नए फैसले के बाद भी कंपनियों का टैक्स ढांचा लगभग वैसा ही रहेगा। यही वजह है कि ब्रोकरेज हाउसेस इसे कंपनियों के लिए न्यूट्रल से पॉजिटिव कदम मान रहे हैं।
निवेशकों का भरोसा और कंपनियों की मजबूती
भारत का तंबाकू बाजार लंबे समय से इन बड़ी कंपनियों के हाथ में है। ITC, Godfrey Phillips और VST Industries जैसे ब्रांड्स की पकड़ इतनी मजबूत है कि किसी भी टैक्स बदलाव का असर ज्यादा समय तक नहीं रहता। निवेशकों को भरोसा है कि ये कंपनियां अपने प्राइसिंग पावर और ब्रांड वैल्यू के दम पर लागत का बोझ ग्राहकों तक पहुंचा सकती हैं। यही भरोसा गुरुवार, 4 सितंबर 2025 को शेयर बाजार में देखने को मिला, जब सुबह 10 बजे तक इन कंपनियों के शेयर 1-4% तक चढ़ गए।
सरकार का नजरिया और बाजार की प्रतिक्रिया
सरकार का कहना है कि इस टैक्स वृद्धि का मकसद राजस्व बढ़ाना और तंबाकू खपत पर अंकुश लगाना है। लेकिन बाजार जानता है कि तंबाकू की मांग आसानी से कम नहीं होती। यही कारण है कि निवेशकों ने इस खबर को खतरे के रूप में नहीं देखा। बल्कि इसे एक स्थिर टैक्स नीति का संकेत माना, जो लंबे समय तक कंपनियों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
नतीजा क्या निकला

कुल मिलाकर, GST दर बढ़ने की घोषणा के बावजूद तंबाकू कंपनियों के शेयरों में तेजी इस बात का सबूत है कि मजबूत कंपनियां विपरीत हालातों में भी बाजार का भरोसा जीत लेती हैं। आने वाले दिनों में ITC और Godfrey Phillips जैसे दिग्गजों से और स्थिर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल समाचार और सामान्य विश्लेषण पर आधारित है। यह किसी भी तरह का निवेश परामर्श (Investment Advice) नहीं है। निवेश करने से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर करें।