Vikran Engineering Share Price:- नई दिल्ली, 3 सितंबर 2025 – शेयर बाज़ार में हर हफ्ते कोई न कोई नया IPO धूम मचाता है, और इस बार बारी थी Vikran Engineering Share Price की। निवेशकों की बड़ी उम्मीदों के बीच जब यह शेयर मार्केट में लिस्ट हुआ तो शुरुआत थोड़ी उत्साहजनक रही, लेकिन कुछ ही घंटों में तस्वीर बदलती दिखी। यही शेयर बाज़ार का असली रंग है—जहाँ उम्मीद और जोखिम दोनों हाथों-हाथ चलते हैं।
Listing की शुरुआत
बुधवार सुबह जब Vikran Engineering Share Price का शेयर BSE पर आया तो निवेशक उत्साहित थे। IPO की प्राइस ₹97 तय की गई थी और शेयर ने खुलते ही करीब ₹99.70 पर कारोबार शुरू किया, यानी लगभग 3% का प्रीमियम। शुरुआती निवेशकों को यह एक अच्छे संकेत की तरह लगा।
लेकिन मार्केट का मिज़ाज हमेशा एक जैसा नहीं रहता। थोड़ी देर बाद यह शेयर धीरे-धीरे फिसलने लगा और दोपहर तक यह ₹95–96 के स्तर पर पहुँच गया। यानी IPO प्राइस से भी नीचे। कई निवेशकों को यह देखकर निराशा हुई, जबकि कुछ ने इसे “एंट्री का मौका” मानकर खरीदारी बढ़ाई।

IPO में कैसी थी मांग?
Vikran Engineering Share Price ने अपने IPO से लगभग ₹772 करोड़ जुटाए।
- इसमें से ₹721 करोड़ नए शेयर जारी करके आए।
- जबकि करीब ₹51 करोड़ प्रमोटर्स ने ऑफर फॉर सेल (OFS) से बेचे।
इस IPO को निवेशकों ने अच्छी प्रतिक्रिया दी थी और सब्सक्रिप्शन भी बढ़िया रहा। यही वजह थी कि लिस्टिंग से पहले इसके प्रति उम्मीदें ज़्यादा थीं।
कंपनी के मजबूत आंकड़े
शेयर की गिरावट के बावजूद, Vikran Engineering की बुनियाद (fundamentals) मज़बूत मानी जा रही है।
- पिछले दो सालों में कंपनी की आय (Revenue) ₹524 करोड़ से बढ़कर ₹916 करोड़ तक पहुँची है।
- कंपनी का EBITDA मार्जिन 17.5% और PAT मार्जिन 8.4% है, जो कई प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से बेहतर है।
- जून 2025 तक कंपनी ने 45 प्रोजेक्ट पूरे किए हैं और 44 प्रोजेक्ट पर काम जारी है, जिनकी कुल वैल्यू ₹5,120 करोड़ है। इसमें से ₹2,442 करोड़ का ऑर्डर अभी बाकी है, यानी आने वाले सालों में कंपनी को काम की कोई कमी नहीं होगी।
यही कारण है कि कई विशेषज्ञ इसे लंबी अवधि (long-term) के लिए भरोसेमंद शेयर मान रहे हैं।
निवेशकों की राय
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि Vikran Engineering Share Price की लिस्टिंग भले ही धमाकेदार न रही हो, लेकिन कंपनी की बुनियाद और भविष्य की संभावनाएँ अच्छी हैं।
दिल्ली के एक निवेशक मनोज कहते हैं –
“लगा था कि लिस्टिंग पर अच्छा मुनाफा मिलेगा, लेकिन शेयर गिर गया। अब इंतज़ार करना होगा।”
वहीं पुणे के अजय, जो लंबे समय से शेयर बाजार में हैं, कहते हैं –
“शेयर का भाव गिरना सामान्य है। कंपनी का order book देखकर लगता है कि भविष्य उज्ज्वल है। धैर्य रखने वालों को फायदा होगा।”
विशेषज्ञों की नज़र
Vikran Engineering Share Price:- मार्केट एक्सपर्ट मानते हैं कि नए IPOs में शुरुआती दिनों में उतार-चढ़ाव होना स्वाभाविक है। कई निवेशक listing gain के लिए ही आते हैं और थोड़े मुनाफे पर तुरंत बेच देते हैं। इसी वजह से भाव दबाव में आ जाता है।
हालांकि, जिन निवेशकों का नजरिया लंबी अवधि का है, उनके लिए Vikran Engineering एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
क्या करें निवेशक?
- अगर आप short-term trader हैं, तो रोज़ाना के उतार-चढ़ाव पर कड़ी नज़र रखनी होगी।
- लेकिन अगर आप long-term investor हैं, तो कंपनी के मजबूत order book और steady growth को देखते हुए इसमें टिके रहना समझदारी हो सकती है।
निष्कर्ष
पहले दिन की हलचल ने भले ही कुछ लोगों को निराश किया हो, लेकिन “vikran engineering share price” की असली कहानी अभी शुरू हुई है। कंपनी के आंकड़े बताते हैं कि इसकी जड़ें मज़बूत हैं और आने वाले सालों में यह निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे सकती है।
फिलहाल यह कहना सही होगा कि यह शुरुआत उतार-चढ़ाव भरी रही, लेकिन लंबी दूरी की दौड़ में Vikran Engineering निवेशकों के लिए भरोसेमंद साबित हो सकती है।