जब दोस्त ही बन गया दुश्मन: Archita Phukan कैसे बनी AI के जाल में फँसी एक मासूम शिकार

Rashmi Kumari -

Published on: July 14, 2025

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Archita Phukan: हर दिन हम सोशल मीडिया पर कुछ न कुछ ऐसा देखते हैं जो चौंका देता है, लेकिन कभी-कभी इन चौंकाने वाली चीज़ों के पीछे एक बहुत ही दर्दनाक सच्चाई छुपी होती है। ऐसा ही कुछ हुआ असम की रहने वाली एक युवती Archita Phukan के साथ, जो रातों-रात इंटरनेट पर एक “एडल्ट कंटेंट क्रिएटर” के रूप में वायरल हो गईं। लेकिन असलियत जानकर किसी की भी रूह काँप उठे।

वायरल तस्वीरों के पीछे का सच: तकनीक का खतरनाक खेल

जब दोस्त ही बन गया दुश्मन: Archita Phukan कैसे बनी AI के जाल में फँसी एक मासूम शिकार

हाल ही में इंटरनेट पर Archita Phukan की कुछ आपत्तिजनक और भड़काऊ तस्वीरें और वीडियो सामने आए, जिन पर यह दावा किया गया कि वह अब एडल्ट फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा बन चुकी हैं। लोग सोशल मीडिया पर उन पर उंगलियां उठाने लगे, उन्हें नीचा दिखाने लगे, मगर इस कहानी के पीछे का सच कुछ और ही था। दरअसल, आर्चिता इस भयानक साजिश की शिकार बनी थीं, और इस बार अपराधी कोई और नहीं बल्कि उनका कॉलेज का पुराना साथी निकला।

AI बना अपराधी का हथियार, दोस्त ने ही किया चरित्र हनन

पुलिस जांच में यह सामने आया कि प्रतीम बोरा नामक एक व्यक्ति, जो कि एक मैकेनिकल इंजीनियर है और वर्क-फ्रॉम-होम जॉब करता था, ने AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का इस्तेमाल करके आर्चिता की तस्वीरों और वीडियोज़ को मोर्फ किया और उन्हें इंटरनेट पर वायरल कर दिया। यह सब कुछ जानबूझकर, बदले की भावना और मानसिक प्रताड़ना देने के उद्देश्य से किया गया था।

पुलिस की तत्परता और आरोपी की गिरफ्तारी

डिब्रूगढ़ पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी प्रतीम बोरा को तिनसुकिया से गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ महिला की गरिमा भंग करने, यौन उत्पीड़न, फर्जी अश्लील सामग्री बनाना, धमकाना, और मानहानि जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। Archita Phukan की शिकायत के अनुसार, आरोपी ने उसके पुराने फोटो और वीडियो को एडिट कर अश्लील रूप दिया और उसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल किया।

AI की ताकत या तबाही? एक बड़ा सवाल समाज के सामने

इस केस ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि AI जैसी तकनीकें जहाँ एक ओर मानवता की प्रगति के लिए वरदान हो सकती हैं, वहीं दूसरी ओर अगर गलत हाथों में पड़ जाएँ, तो यह किसी की ज़िंदगी बर्बाद करने का हथियार भी बन सकती हैं। आर्चिता की कहानी हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि कोई भी महिला, चाहे वह कितनी भी सामान्य जिंदगी क्यों न जी रही हो, एक क्लिक में इंटरनेट की दुनिया में बदनाम की जा सकती है।

इंसानियत और तकनीक के बीच की दूरी को कम करने की ज़रूरत

इस पूरी घटना ने न सिर्फ आर्चिता की मानसिक शांति को तोड़ा, बल्कि यह समाज के सामने भी एक आईना लेकर आई है कि अब हमें सिर्फ तकनीकी जागरूकता की नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं और साइबर एथिक्स की भी सख्त ज़रूरत है।

Disclaimer: यह लेख केवल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी विभिन्न समाचार सूत्रों पर आधारित है। किसी की भी निजता या भावनाओं को ठेस पहुँचाने का हमारा कोई उद्देश्य नहीं है। यदि आप या आपके जानने वाले किसी साइबर क्राइम का शिकार हुए हैं, तो तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें।

Rashmi Kumari

मेरा नाम Rashmi Kumari है , में एक अनुभवी कंटेंट क्रिएटर हूं और पिछले कुछ वर्षों से इस क्षेत्र में काम कर रही हूं। फिलहाल, मैं The News Bullet पर तकनीकी, स्वास्थ्य, यात्रा, शिक्षा और ऑटोमोबाइल्स जैसे विषयों पर आर्टिकल लिख रही हूं। मेरा उद्देश्य हमेशा जानकारी को सरल और आकर्षक तरीके से प्रस्तुत करना है, ताकि पाठक उसे आसानी से समझ सकें और उसका लाभ उठा सकें।

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