Big layoffs: हर दिन बदलती तकनीक की दुनिया में जहां उम्मीदें बढ़ती हैं, वहीं 2025 में टेक इंडस्ट्री से आई एक बड़ी खबर ने लाखों प्रोफेशनल्स को झकझोर कर रख दिया है। Microsoft, Google, Amazon और IBM जैसी दिग्गज कंपनियों ने इस साल हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। एक ओर जहां एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की रफ्तार हर क्षेत्र में तेज़ हो रही है, वहीं दूसरी ओर इंसानी नौकरियां धीरे-धीरे मशीनों के हवाले होती जा रही हैं।
एआई का बढ़ता दबदबा और नौकरियों पर संकट

2025 में टेक सेक्टर में जो हो रहा है, वो सिर्फ एक आर्थिक रणनीति नहीं है, बल्कि भविष्य की ओर बढ़ता एक नया अध्याय है। Layoffs.fyi के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 130 से ज्यादा कंपनियों ने 61,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। एआई के ज़रिए ऑटोमेशन ने बहुत से विभागों में मानव श्रम की आवश्यकता को कम कर दिया है, खासकर HR, एडमिन और सेल्स जैसे क्षेत्रों में।
माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी कंपनियों ने की बड़ी कटौती
माइक्रोसॉफ्ट ने अकेले लगभग 6,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। इनमें ज़्यादातर मैनेजमेंट से जुड़े लोग हैं, क्योंकि कंपनी अब इंजीनियरिंग और एआई पर ज्यादा ध्यान दे रही है। वहीं गूगल ने अपने Android, Pixel और Chrome टीमों में सैकड़ों कर्मचारियों की कटौती की है। गूगल की रणनीति में वॉलंटरी एग्ज़िट प्रोग्राम को अपनाया गया, ताकि स्वेच्छा से कर्मचारियों की संख्या घटाई जा सके।
IBM ने HR विभाग को किया छोटा
IBM ने भी अपने HR विभाग में लगभग 8,000 कर्मचारियों को हटाया है। कंपनी का मानना है कि एआई अब ह्यूमन रिसोर्स जैसे विभागों में भी बेहतर और तेज़ निर्णय ले सकता है, जिससे लागत भी घटेगी और काम की रफ्तार भी बढ़ेगी।
अमेज़न और बम्बल भी पीछे नहीं
अमेज़न ने अपनी डिवाइसेस और सर्विसेज डिवीजन से करीब 100 कर्मचारियों को हटाया है, वहीं ऑनलाइन डेटिंग प्लेटफॉर्म Bumble ने अपने ग्लोबल वर्कफोर्स का 30% यानी करीब 240 लोगों की छंटनी की है। कंपनी का कहना है कि इससे उन्हें हर साल $40 मिलियन की बचत होगी, जिसे वो प्रोडक्ट और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट में निवेश करेंगे।
नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों के सामने नई चुनौती
इन सभी छंटनियों का सबसे बड़ा प्रभाव उन हज़ारों युवाओं पर पड़ा है जिन्होंने टेक सेक्टर को एक स्थिर करियर मानते हुए अपनी ज़िंदगी का रास्ता चुना था। अब जब एआई इंसानी कामों को तेजी से रिप्लेस कर रहा है, तो यह समय स्किल्स को अपग्रेड करने और नए क्षेत्र तलाशने का बन चुका है। आने वाले समय में डेटा एनालिसिस, मशीन लर्निंग, सायबर सिक्योरिटी और एआई डेवलपमेंट जैसे स्किल्स की मांग तेजी से बढ़ेगी।
एआई से घबराने की नहीं, समझदारी से अपनाने की ज़रूरत
यह सच है कि एआई की वजह से नौकरियों में बदलाव आ रहा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि तकनीक दुश्मन है। एआई एक ऐसा उपकरण है जो इंसानों की क्षमताओं को बढ़ा सकता है, अगर सही तरीके से उपयोग किया जाए। ज़रूरत है खुद को बदलने और उस दिशा में कदम बढ़ाने की जहां आने वाला कल इंसानों और मशीनों के साथ मिलकर काम करने का हो।
बदलाव से डरे नहीं, तैयार रहें

2025 की ये छंटनियां हमें यह सिखाती हैं कि बदलती दुनिया में स्थिरता की उम्मीद एक भ्रम हो सकती है। टेक्नोलॉजी के इस दौर में जो लोग अपने ज्ञान और स्किल्स को समय के साथ ढाल सकें, वही आगे बढ़ पाएंगे। अगर आप भी टेक सेक्टर से जुड़े हैं, तो यह समय खुद को अपडेट करने का है, घबराने का नहीं।
अस्वीकरण: यह लेख सार्वजनिक स्रोतों और मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता फैलाना है। किसी भी निर्णय से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।