PNB: जब कोई सैनिक देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देता है, तो केवल वो नहीं जाता उसके साथ उसका पूरा परिवार एक गहरे दर्द से गुजरता है। ऐसे समय में अगर कोई कंधा उनके आंसुओं को थामने आगे बढ़े, तो वह सिर्फ एक मदद नहीं होती, बल्कि राष्ट्र की ओर से एक श्रद्धांजलि होती है। इसी भावना के साथ पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने रक्षक प्लस योजना के तहत 26 शहीदों के परिवारों को ₹17.02 करोड़ की वित्तीय सहायता देकर देश के प्रति अपने कर्तव्य का एक उदाहरण पेश किया है।
रक्षक प्लस योजना का उद्देश्य और मार्मिक योगदान

PNB की यह खास योजना उन वर्दीधारी जवानों के लिए तैयार की गई है, जो हर दिन सीमा पर, जंगलों में या आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर अपनी जान की बाजी लगाते हैं। इस योजना का मकसद सिर्फ बीमा देना नहीं, बल्कि उन परिवारों को संबल देना है जिन्होंने देश के लिए अपनों को खोया है। जून 2025 तक, इस योजना के तहत 26 शहीद सैनिकों और अर्धसैनिक बलों के परिवारों को ₹17.02 करोड़ की सहायता दी जा चुकी है।
क्या है रक्षक प्लस योजना के तहत मिलने वाले लाभ
रक्षक प्लस योजना के अंतर्गत जवानों और उनके परिवारों को विशेष बीमा कवर और आर्थिक सहायता दी जाती है। इसमें एक करोड़ रुपये तक की व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा, आधिकारिक हवाई यात्रा में शहीद होने पर डेढ़ करोड़ रुपये की बीमा राशि, और सेवा के दौरान अपंगता की स्थिति में भी वित्तीय सहायता शामिल है। इसके अलावा, इन परिवारों को तत्काल राहत राशि और अन्य कस्टमाइज्ड सेवाएं भी मिलती हैं।
PNB की ओर से एक भावुक संदेश
PNB के चीफ जनरल मैनेजर (BARM), बिनय गुप्ता ने कहा, “यह हमारा धर्म है कि हम अपने शहीदों के परिवारों के साथ खड़े रहें। रक्षक प्लस योजना सिर्फ आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि उनके बलिदान के लिए हमारी गहरी श्रद्धांजलि है।” यह एक ऐसा बयान है, जो देश के हर नागरिक को गर्व से भर देता है।
इस योजना का महत्व क्यों है विशेष

रक्षक प्लस योजना का उद्देश्य है सैनिकों को यह भरोसा देना कि अगर वे देश की सेवा में किसी भी विपत्ति का सामना करते हैं, तो उनका परिवार अकेला नहीं होगा। यह एक ऐसी पहल है जो न केवल आर्थिक सुरक्षा देती है, बल्कि एक भावनात्मक रिश्ता भी जोड़ती है राष्ट्र और उसके रक्षकों के बीच।
डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सूचना आधारित है और इसमें दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों और PNB द्वारा जारी विवरणों पर आधारित है। किसी भी योजना का लाभ लेने से पहले संबंधित बैंक से संपर्क करके ताज़ा जानकारी ज़रूर प्राप्त करें।